नई दिल्ली: 6 मैच और 6 जीत…वर्ल्ड कप 2023 में टीम इंडिया का प्रदर्शन कमाल रहा है. रोहित एंड कंपनी अबतक अजेय है. ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड जैसी धुरंधर टीमें भी टीम इंडिया के सामने नहीं टिक सकी. भारत ने हर मोर्चे पर जबरदस्त परफॉर्मेंस की है. लेकिन कहीं ना कहीं सच ये भी है कि आप चाहे कितना भी अच्छा प्रदर्शन कर लें लेकिन आपके अंदर हमेशा सुधार की गुंजाइश रहती है और टीम इंडिया के साथ भी कुछ ऐसा ही है. आपको बता दें 7 मैचों के बाद टीम इंडिया की 2 ऐसी कमजोरियां सामने आई हैं जो नॉक आउट राउंड में उसे भारी दिक्कत में डाल सकती है.
इन कमजोरियों का नाम है शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर. जी हां इन दो खिलाड़ियों ने अबतक अपनी काबिलियत के मुताबिक खेल नहीं दिखाया है. अभी टीम इंडिया जीत रही है इसलिए इनकी बातें ज्यादा नहीं हो रही लेकिन यकीन मानिए अंदर ही अंदर टीम इंडिया भी इस बात को जानती होगी कि गिल और अय्यर का रंग में आना बेहद जरूरी है.
गिल नहीं जीत पा रहे दिल
वर्ल्ड कप से पहले शुभमन गिल का बल्ला रनों का अंबार लगा रहा था. लेकिन वर्ल्ड कप शुरू होते ही वो पहले डेंगू की चपेट में आ गए. जिसकी वजह से वो पहले दो मैच नहीं खेल पाए और उनका वजन भी 6 किलो तक घट गया. हालांकि गिल ने टीम में वापसी की लेकिन उनके बल्ले से रनों की वो बरसात नहीं हो पाई जिसके लिए वो जाने जाते हैं. गिल ने इस टूर्नामेंट में 4 मैचों में 26 की औसत से 104 रन बनाए हैं. उनके बल्ले से एक अर्धशतक जरूर निकला है लेकिन उन्हें रन बनाने में दिक्कतें पेश आ रही है. वो तो उनके पार्टनर और कप्तान रोहित शर्मा रंग में हैं और वो टीम पर दबाव नहीं आने दे रहे. अब सेमीफाइनल से पहले टीम इंडिया के तीन मैच बचे हैं और उसमें गिल के प्रदर्शन पर सभी की नजरें रहने वाली हैं.
अय्यर की फॉर्म है प्रॉब्लम
श्रेयस अय्यर की फॉर्म भी टीम इंडिया की बड़ी प्रॉब्लम बन चुकी है. अय्यर ने 6 मैचों में 33.50 की औसत से 134 रन ही बनाए हैं. ये रन उनके टैलेंट के मुताबिक काफी कम हैं. ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड के खिलाफ अय्यर कुछ नहीं कर पाए. यही नहीं विरोधी शॉर्ट गेंद के खिलाफ उनकी कमजोरी का फायदा भी उठा रहे हैं. नॉक आउट राउंड से पहले अय्यर की फॉर्म टीम की कमजोर कड़ी नजर आ रही है. अब तो इस खिलाड़ी को प्लेइंग इलेवन से बाहर तक करने की बातें होने लगी हैं. क्योंकि सूर्यकुमार ने रन बना दिए हैं और बेंच पर इशान किशन जैसा खिलाड़ी बैठा है जो कि मिडिल ऑर्डर में रन बना चुका है और साथ ही वो लेफ्ट हैंडर भी हैं. अब देखना ये है कि टीम इंडिया की ये दो प्रॉब्लम कब खत्म होती हैं. क्योंकि अगर ये ऐसी ही रही तो नॉक आउट मैच में दिक्कत जरूर होगी.