देहरादून l लगातार बारिश और अलग-अलग कामों के लिए खोदी गई दून की सड़कें इन दिनों खतरनाक स्थिति में हैं। कुछ सड़कें तो इस हालत में हैं कि वहां हर समय एक्सीडेंट का खतरा बना रहता है। राज्य सरकार ने 15 सितंबर के बाद सड़कों को रिपेयर करने की बात कही है। लेकिन, फिलहाल दून के ज्यादातर सड़कें जिस हालत में उसे देखते हुए 15 सितंबर तक बहुत देर हो जाएगी। एक्सीडेंट के खतरों के साथ ही लोगों के स्वास्थ्य पर भी टूटी-फूटी सड़कें बुरा असर डाल रही हैं।
फिलहाल सिटी के ज्यादा रोड चलने लायक नहीं रह गये हैं। जिन सड़कों को मानसून से पहले या मानसून के दौरान विभिन्न विकास कार्यो के लिए खोदा गया था, वहां हालात बेहद खराब हैं। इनमें सिटी की ज्यादातर मेन रोड शामिल हैं तो कई जगहों में आंतरिक सड़कों को भी खोदा गया है। पहले से खराब ये सड़कें बारिश के कारण और बुरी हालत में हैं।
वैसे तो सिटी की कई सड़कें बेहद बुरी हालत में हैं, लेकिन इंदरेश हॉस्पिटल से कारगी चौक तक का करीब दो किमी का सफर जानलेवा साबित हो रहा है। बरसात से पहले इस रोड को कई बार खोदा गया था। जहां गड्ढे हुए वहां टाइल्स लगाकर रिपेयर करने का प्रयास किया गया, लेकिन बारिश आई तो ये टाइल्स भी ज्यादातर जगहों पर धंस गई है। इन दिनों बिजली लाइन अंडर ग्राउंड करने के लिए यहां फिर से खुदाई हो रही है। बिना किसी सुरक्षा के उपाय पिछले दो हफ्ते से सड़क को जगह-जगह खोद दिया गया है। इससे यहां लगातार एक्सीडेंट हो रहे हैं।
हाईवे के भी बुरे हाल
हरिद्वार बाईपास हाईवे भी आईएसबीटी से लेकर कारगी चौक तक खतरनाक हो गई हैं। यहां सीवरेज लाइन के लिए सड़क को खोदा गया था। बाद में सड़क रिपेयर की गई, लेकिन बारिश में सड़क धंस गई। फिलहाल हर रोज यहां एक ट्रक मलबा डाला जा रहा है, लेकिन बारिश होते ही मलबा बह जाता है और सड़क फिर धंस जाती है। बेहद व्यस्त इस चौक पर जरा सी भी सावधानी हटने पर बड़ा हादसा हो सकता है।
खबर इनपुट एजेंसी से