नई दिल्ली : भारत की मेजबानी में खेला जा रहा आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2023 में अब सेमीफाइनल की जंग काफी रोचक हो गई है. रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम ने अब तक 5 मैच खेले और सभी में जीत दर्ज की है. इसके अलावा साउथ अफ्रीका भी धमाकेदार प्रदर्शन कर रही है. उसने भी अपने 5 में से 4 मुकाबले जीत लिए हैं.
इस वर्ल्ड कप में अफ्रीकी टीम ने अपनी बैटिंग से सभी टीमों को धूल चटाई है. उसने अब तक टूर्नामेंट में टॉप-2 हाइएस्ट स्कोर बनाए हैं. उसने श्रीलंका के खिलाफ 428/5 और इंग्लैंड के खिलाफ 399/7 का स्कोर बनाया था, जबकि भारतीय टीम ने सभी मुकाबले चेज करते हुए जीते हैं.
भारत की टक्कर में न्यूजीलैंड को भी तगड़ी टीम माना जा रहा था, लेकिन 22 अक्टूबर को ही भारतीय टीम ने कीवी टीम को करारी शिकस्त देकर खुद को बेस्ट साबित किया. मगर साउथ अफ्रीका से भारत की टक्कर बाकी है. दोनों टीमों के बीच यह मुकाबला 5 नवंबर को खेला जाएगा. तब पता चलेगा कि कौन सी टीम बेस्ट है.
यदि आंकड़ों पर नजर डालें तो दोनों ही टीमों में अभी भी कुछ बड़ी कमजोरियां नजर आती हैं. ऐसी ही एक कमजोरी भारतीय टीम में भी है. फैन्स को डर है कि कहीं ये कमजोरी सेमीफाइनल में भारी ना पड़ जाए. यह कमजोरी पहले बैटिंग करते हुए मैच जीतने की है. यानी कि अब तक भारतीय टीम ने वर्ल्ड कप के सभी 5 मैचों को चेज करते हुए जीता है.
ऐसे में रोहित एंड ब्रिगेड को यह पता नहीं है कि यदि उनको पहले बैटिंग करना पड़ जाए तो क्या वो मैच जीतने की काबिलियत रखते हैं या नहीं. पहले बैटिंग करने में बल्लेबाजों के साथ गेंदबाजों की भी अग्निपरीक्षा होगी. क्योंकि पहले बैटिंग करने पर बल्लेबाजों के सामने बड़ा स्कोर बनाने का दबाव होता है. इसके बाद गेंदबाजों पर टारगेट डिफेंड करने का बड़ा दबाव होता है. तभी भारतीय टीम अपनी असली काबिलियत का अंदाजा भी होगा.
इस वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा छक्कों में भी अफ्रीका कोसों आगे
- साउथ अफ्रीका: 59 छक्के
- न्यूजीलैंड: 42 छक्के
- ऑस्ट्रेलिया: 41 छक्के
- भारतीय टीम: 35 छक्के
- श्रीलंका: 31 छक्के
भारतीय टीम में गेंदबाजों का परफेक्ट कॉम्बिनेशन
अब तक भारतीय टीम तीन तेज गेंदबाज, दो स्पिनर (इसमें भी ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा) और एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या के साथ मैचों में उतरी है. यह कॉम्बिनेशन टीम को बेहद मजबूती दे रहा है. यह कॉम्बिनेशन किसी भी विपक्षी टीम को उखाड़ फेंकने के लिए काफी है.
तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर ने 3 मैच में 2 विकेट लिए. जबकि स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को एक मैच खेलने का मौका मिला, जिसमें उन्होंने एक विकेट लिया. मोहम्मद शमी को पहला मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलने का मौका मिला, जिसमें वो 5 विकेट लेकर प्लेयर ऑफ द मैच रहे. इनके अलावा जसप्रीत बुमराह (11), कुलदीप यादव (8), रवींद्र जडेजा (7) और मोहम्मद सिराज (6) ने सभी 5 मैच खेले हैं.
पंड्या का चोटिल होना भी टीम की बड़ी कमजोरी?
हालांकि भारतीय टीम की अब एक और कमजोरी यह भी देखी जा रही है कि स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या चोट के कारण कुछ मैचों के लिए टीम से बाहर हो गए हैं. इससे टीम को थोड़ा झटका जरूर लगा, लेकिन उनके बगैर न्यूजीलैंड जैसी तगड़ी टीम को पटखनी भी दी है. इस मैच में ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने पंड्या की कमी को पूरा किया था. ऐसे में टीम को बिल्कुल कमजोर नहीं समझा जा सकता है.
बेस्ट इकोनॉमी रेट भारतीय गेंदबाजों की ताकत
भारतीय गेंदबाजी की एक सबसे बड़ी ताकत यह भी रही है कि सभी ने बेस्ट इकोनॉमी रेट के साथ सबसे किफायती गेंदबाजी की है और इस मामले में भी भारतीय गेंदबाज ही सबसे आगे हैं. वर्ल्ड कप 2023 में बेस्ट इकोनॉमी रेट वाले गेंदबाजों की लिस्ट में अश्विन टॉप पर हैं, जिनका इकोनॉमी रेट 3.40 का रहा है.
उसके बाद बुमराह का इकोनॉमी रेट 3.80 का रहा है. तीसरे नंबर पर जडेजा हैं, जिनका इकोनॉमी रेट 3.97 का रहा है. हालांकि अफ्रीकी टीम के गेंदबाजों का इकोनॉमी रेट भारत के मुकाबले बेहद खराब ही रहा है. उनकी टीम में सबसे अच्छा इकोनॉमी रेट केशव महाराज का रहा है, जो 4.60 है.