रायपुर : छत्तीसगढ़ में बुधवार को सीएम विष्णुदेव साय (Vishnu Deo Sai) कैबिनेट की बड़ी बैठक होनी है. पहली बार सीएम विष्णुदेव साय कैबिनेट की इस बैठक में सभी मंत्री शामिल होंगे. इससे पहले हुई दोनों बैठकें केवल सीएम और दो डिप्टी सीएम की मौजूदगी में हुई थी, इसलिए बुधावार को होने वाली इस बैठक को बेहद जरूरी माना जा रहा है, क्योंकि इस बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले हो सकते हैं.
दरअसल, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में बुधवार दोपहर तीन बजे मंत्रालय में कैबिनेट की तीसरी बैठक होने वाली है. इसमें सबसे जरूरी मुद्दा किसानों से धान खरीदी हो सकता है, क्योंकि इस सीजन राज्य सरकार 130 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य लेकर चल रही है, लेकिन अभी तक 66.78 लाख मीट्रिक धान की खरीदी की गई है. यानी सरकार अब तक लक्ष्य का केवल आधा ही धान खरीद पाई है. वहीं जनवरी का महीना धान खरीदी का आखिरी महीना है, इसलिए सरकार इस पर समीक्षा कर सकती है.
रामलला दर्शन योजना पर फैसला ले सकती है सरकार
दूसरी ओर धान खरीदी को लेकर विपक्ष की तरफ से टाइम बढ़ाने की मांग की जा रही है. कांग्रेस ने मांग की है कि धान खरीदी का समय दो महीने बढ़ाया जाए. कैबिनेट इस बैठक में महतारी वंदन योजना, पीएम आवास योजना और रामलला दर्शन योजना पर भी जरूरी फैसले ले सकती है, क्योंकि इसी महीने 22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का बड़ा आयोजन होने जा रहा है. ऐसे में सरकार इस योजना को राज्य में कैसे लागू करेगी, इसपर निर्णय लिया जा सकता है. साथ ही सरकार महतारी वंदन योजना को भी जल्द लागू करने पर फैसला कर सकती है.
राजिम में फिर से कुंभ कराने पर भी हो सकता है फैसला
चर्चा ये भी है कि कांग्रेस सरकार की कुछ बड़ी योजनाएं जिन पर बीजेपी ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है, उन योजनाओं की भी समीक्षा इस कैबिनेट की बैठक में हो सकती है. इसके अलावा राजिम में होने वाले बड़े मेले पर भी विष्णुदेव साय सरकार फैसला ले सकती है, क्योंकि 2018 के पहले जब बीजेपी सरकार थी तो छत्तीसगढ़ के प्रयाग माने जाने वाले राजिम में कुंभ मेला का आयोजन किया जाता था, लेकिन कांग्रेस की सरकार बनने के बाद इसे माघी पुन्नी मेला कर दिया गया. अब एक बार फिर राज्य में बीजेपी की सरकार आई है तो माना जा रहा है कि कैबिनेट की बैठक में राजिम मेले को लेकर निर्णय लिया जा सकता है. एक बार फिर राजिम कुंभ कराने का प्रस्ताव कैबिनेट में आ सकता है.