कोटा l राजस्थान प्रदेश के कोटा शहर में चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां आबकारी विभाग के ही एक सिपाही का अवैध शराब बेचने के गोरखधंधा का भंड़ाफोड हो गया है। बताया जा रहा है कि आबकारी विभाग के सिपाही ने सरकारी नौकरी के साथ ब्लैक मनी कमाने के लिए ब्लैक में शराब बेचने का बिजनेस चला रखा है। कोटा की कुन्हाड़ी थाना पुलिस ने बुधवार रात को मुखबिर की सूचना मिलने पर बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए इस संबंध में कार्रवाई की है।
विभाग में मचा हड़कंप
कुन्हाड़ी थाना पुलिस ने आबकारी विभाग के सिपाही सुरेंद्र कुमार को 6 लाख रुपए की अवैध शराब के साथ गिरफ्तार किया है। कुन्हाड़ी थाना पुलिस ने आबकारी विभाग के सिपाही के कब्जे से 183 कार्टून पकड़े जिनमें 8784 पव्वे शराब के बरामद किए गए हैं। और 300 रुपये शराब बिक्री के भी बरामद किए हैं। इधर विभाग के सिपाही की ओर से अवैध शराब बेचता हुआ पकड़े जाने पर कोटा आबकारी विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। फिलहाल कुन्हाड़ी थाना पुलिस इस पूरे मामले की जांच पड़ताल में लगी हुई है।
सिपाही ने बताया शराब ठेके में था पार्टनर
मिली जानकारी के अनुसार अवैध शराब बेचते पकड़े गए आबकारी विभाग के सिपाही के खिलाफ विभागीय कार्रवाई को लेकर कुन्हाड़ी थाना पुलिस अलग से कार्रवाई कर रही है। पुलिस आबकारी विभाग के उच्च अधिकारियों इस बारे में अवगत करा चुकी है। अब तक की पूछताछ में सामने आया है कि सिपाही सुरेंद्र कुमार ने कहा है कि वह शराब ठेके में पार्टनर है। सिपाही किस शराब ठेकेदार के साथ पार्टनर है । पुलिस इसकी पड़ताल कर रही है। पुलिस ने बताया 6 लाख रुपए की इतनी बड़ी मात्रा में पकड़ी गई शराब सिपाही ने गोदाम में रख रखी थी।
ऐसे की कार्रवाई, दो व्यक्ति हुए पुलिस को देखकर फरार
कुन्हाड़ी थाना प्रभारी गंगासहाय शर्मा ने बताया कि जिला पुलिस अधीक्षक डॉ विकास पाठक के निर्देश पर अवैध शराब बेचने वाले अभियुक्तों की धरपकड़ के अभियान के तहत यह कार्रवाई की गई है। बुधवार की रात थाने का पुलिस का जाप्ता कोरोना महामारी के तहत राज्य सरकार की गाइडलाइन की पालना करवाने के लिए व अवैध कार्यों की रोकथाम के लिए इलाके में गश्त कर रहा था। तब ही रात 9:45 बजे कुन्हाड़ी पेट्रोल पंप के सामने जाब्ता पहुंचा। जहां पर मुखबिर की सूचना मिली की रजत सिटी के सामने देसी व अंग्रेजी शराब के ठेके के पास स्थित मकान के बाहर गेट पर एक व्यक्ति शराब की अवैध बिक्री कर रहा है। जाब्ता निर्धारित स्थान पर पहुंचा। जहां पर दो तीन व्यक्ति दिखाई पड़े। जिन्हें रोकने का प्रयास किया तो दो व्यक्ति भागने में सफल हुए। इसके बाद मुखबिर द्वारा बताए गए हुलिए के आधार पर एक व्यक्ति को पकड़ा। नाम पूछा गया तो उसने अपना नाम सुरेंद्र कुमार बताया। इसी तरह पूरे मामले का खुलासा हो गया।