देहरादून। उत्तराखंड में बिजली का बिल कई लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है. कई लोग लगातार बिजली के बिल में बढ़ोतरी को लेकर शिकायत भी करते हैं लेकिन उनकी इस समस्या का कोई समाधान नहीं निकलता. लेकिन जब ये बात राज्य के मुख्यमंत्री को पता चलती है तो समस्या का निदान भी होता है और अधिकारी पर कार्रवाई भी होती है. अब आपको बताते हैं ये पूरा मामला क्या है.
दरअसल उत्तराखंड के अशोक नाम के शख्स का बिजली का बिल पिछले तीन महीने से काफी ज्यादा आ रहा था. जिसको लेकर वो काफी परेशान थे. इस बारे में उन्होंने अधिकारी से शिकायत भी की लेकिन उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं निकला. ये बात उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पता चली. सीएम हेल्पलाइन 1905 की समीक्षा बैठक के दौरान सीएम पुष्कर धामी ने देहरादून जिला अधिकारी को फोन लगाया और कॉन्फ्रेंस में शिकायतकर्ता अशोक से बात की.
शिकायतकर्ता से फोन पर सीएम ने की बात
सीएम ने सबसे पहले जिला अधिकारी को शिकायत के बारे में बताया और फिर शिकायतकर्ता अशोक से मामले की सारी जानकारी ली. शिकायतकर्ता ने बताया कि उसका बिजली का बिल पिछले तीन महीने से लगातार काफी ज्यादा आ रहा है. जिसकी शिकायत उसने की थी लेकिन तीन महीने बीत जाने के बाद भी इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है. इस दौरान सीएम का फोन स्पीकर पर रहता है और शिकायतकर्ता की बात बैठक में मौजूद हर कोई सुन रहा होता है. सीएम खुद भी हैरान होते दिखाई देते हैं.
मुख्यमंत्री कार्यालय ने शेयर किया वीडियो
समीक्षा बैठक का ये वीडियो मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा शनिवार को सोशल मीडिया पर शेयर किया गया. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह से समस्या का समाधान न होने पर सीएम धामी नाराज होते हैं. और सीएम हेल्पलाइन 1905 की समीक्षा बैठक के दौरान मौजूद अधिकारियों को शिकायत का समाधान करने में विफल रहने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश देते हैं.
पुष्कर सिंह धामी ने शिकायतकर्ता अशोक से पूछा कि क्या उन्हें उनकी शिकायत पर कोई प्रतिक्रिया मिली थी. जिसके जवाब में अशोक ने बताया कि शिकायत दर्ज करने के एक सप्ताह बाद उनके पास एसडीओ का फोन आया था. और उनसे चेक-मीटर लगाने को कहा था ताकि बिजली की यूनिटों की खपत की जांच की जा सके.
सीएम ने मामले को बताया गंभीर
पूरी बात सुनकर मुख्यमंत्री धामी काफी नाराज होते हैं. वो इस मामले को गंभीर मामला बते हुए बैठक के दौरान मौजूद अधिकारियों को मामले का तुरंत संज्ञान लेने और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश देते हैं. इसके साथ ही शिकायतकर्ता को भी आश्वसन देते हैं. सीएम धामी का ये वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. लोगों को सीएम का ये ऑन द स्पॉट फैसला करने का अंदाज काफी पसंद रहा है.