हल्द्वानी. पेड़ पौधों की दुनिया का चमत्कारी पौधा कासनी शरीर के लिए बेहद लाभदायक है. इससे यकृत विकार, किडनी, ब्लड शुगर, लीवर और बवासीर जैसी बीमारियों में इसके पत्तियों का इस्तेमाल मेडिसिन के तौर पर किया जाता है. बीएएमएस चिकित्साधिकारी डॉ शिवानी पांडे ने बताया कि आर्युवेदिक गुणों से भरपूर कासनी का सेवन करने से लिवर डिसआर्डर से राहत मिलती है. इसका रोजाना सेवन करने से आपको दस पंद्रह दिनों में सुधार नजर आने लगेगा. इसके अलावा उन्होंने बताया कि इसके पत्ते, फूल, बीज, जड़ को औषधी की तरह इस्तेमाल किया जाता है. रोजाना इसका काड़ा बनाकर सेवन करने में महावारी के दोरान होने वाले दर्द से भी राहत मिलती है.
चबाने से मिलता है ज्यादा फायदा
रोगों पर शोधकासनी का औषधी प्रयोग कोई नया नहीं है, आयुर्वेद, यूनानी, सिद्ध पद्धति से इस वनस्पति की औषधी बनाई जाती है. बहुत सी दवा कंपनी इसके साल्ट को लीवर, बुखार, पेट रोगों की दवा में प्रयोग करते हैं, लेकिन कासनी की पत्ती चबाकर खाने का प्रयोग/शोध अपने आप में नया प्रयोग है. क्योंकि किसी वस्तु की दवा गोली, कैपसूल या सीरप आदि लेने पर सीधे पेट में जाता है, यदि पेट में एसिड या अन्य विकार होगा तो दवा काम नहीं करती है, जबकि कोई भी वस्तु को चबाने से उसका सीधा प्रभाव लार ग्रन्थियों से होता है.
विटामिन की है भरमार
कासनी के पौष्टिक तत्व कासनी प्राकृतिक रसायनों से समृद्ध होता है. इसमें विटामिन, क्रिस्टलीय निगेलोन, आयरन, सोडियम, पोटेशियम और फैटी एसिड से परिपूर्ण तत्व पाए जाते हैं. इसमें विटामिन A, विटामिन B6, विटामिन C, E, K भी पाए जाते हैं. इन तत्वों से भरपूर होने के कारण कासनी स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत लाभदायक होती है.