दमोह : दुनिया में भारत को सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश माना जाता है जहां स्थानीय सरकार से लेकर देश को चलाने वाली सरकारों को जनता ही चुनती है। मध्य प्रदेश में हाल ही में स्थानीय निकाय चुनाव हुए हैं जनता ने अपने प्रतिनिधि चुने हैं जो शहर की सरकार को चलाकर जनता के लिए काम करेंगे।
लोकतंत्र में जनता के दिए मत का जनप्रतिनिधि किस तरह से मजाक उड़ाते हैं इसकी बानगी देखने को मिली मध्य प्रदेश के दमोह जिले में जहां पथरिया नगरीय निकाय चुनाव में पार्षद पद पर जीत कर आए एक नेताजी ने एक ही दिन में तीन पार्टियां बदलकर रिकॉर्ड कायम कर दिया।
पथरिया नगर परिषद में बीएसपी से नव-निर्वाचित पार्षद सुंदर लाल विश्वकर्मा ने 5 अगस्त को सुबह बुहुजन समाज पार्टी में थे दोपहर में कांग्रेस की सदस्यता लेकर नगर परिषद अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा और जीत गए। सुंदल लाल को परिषद के 15 पार्षदो में से 8 मत मिले। अध्यक्ष बनते ही नेताजी ने बीजेपी की सदस्यता ले ली। बीएसपी के पार्षद द्वारा कुछ ही घंटों में तीन पार्टियां बदलने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। लोग सुंदर लाल के कारनामे को सुनकर हैरान है। अब लोग सुंदर लाल को सबसे बड़ा दलबदलू कह रहे हैं।
इस मामले पर बीएसपी की पथरिया विधायक रामबाई सिंह ने कहा कि सुंदल लाल ने पथरिया के लोग को निराश किया है। देश प्रदेश की राजनीति के इतिहास पहली बार ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी जनप्रतिनिधि ने कुछ ही घंटों में तीन पार्टियां बदल ली। पथरिया नगर पंचायत में बीजेपी के केवल 4 पार्षद और 7 पार्षद कांग्रेस के पास थे। इसके बाद भी अब यहां बीजेपी का अध्यक्ष बन गया है।
कांग्रेस का अध्यक्ष जीतने के बाद कांग्रेस ने जश्न मनाना भी शुरू किया, पर कांग्रेस की खुशी ज्यादा देर तक नहीं रह सकी। नगर पंचायत का अध्यक्ष बनते ही सुंदर लाल ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया है औऱ वह बीजेपी में शामिल हो गए। बताया जा रहा है कि सुंदर लाल विश्वकर्मा को बीजेपी में सामिल कराने में मंत्री गोविंद सिंह और मंत्री भूपेंद्र सिंह ने अहम भूमिका निभाई है।