नई दिल्ली: ऑनलाइन स्कैमर्स अब इतने अपग्रेड हो गए हैं कि वो फोन करके आपसे इस तरह बात करेंगे कि आप उन पर यकीन किए बिना रह नहीं पाएंगे. ये ठग न केवल बातों को गोलमोल घुमाने में एक्सपर्ट हैं, बल्कि टेक्नोलॉजी की अच्छी समझ भी रखते हैं. ताज़ा मामले में बिहार के एक बीटेक इंजीनियर ने भोपाल के एक डेंटिस्ट को अपने जाल में फंसाकर ठग लिया.
भोपाल पुलिस ने बीटेक इंजीनियर समेत 4 आरोपियों को बिहार से गिरफ्तार किया है. इन आरोपियों ने भोपाल के एक डेंटिस्ट को बैंक कर्मचारी बनकर फोन किया था और डेंटिस्ट को अपने झांसे में लेकर उनकी अकाउंट डिटेल्स आरोपियों ने कन्फर्म की. इसके बाद उनसे ओटीपी लेकर उनके बैंक अकाउंट का पासवर्ड बदल दिया और फिर उनके अकाउंट से 10 लाख रुपये निकाल लिए. डेंटिस्ट ने तुरंत इस घटना की सूचना पुलिस और बैंक को दी. बैंक ने अकाउंट से ट्रांसफर किए गए 10 में से 8 लाख रुपये फ्रीज़ कर दिए थे.
क्या था ठगी का तरीका
घटना जून की है, मुख्य आरोपी बीटेक इंजीनियर है. उसने डेंटिस्ट को फोन करके खुद को HDFC बैंक का कस्टमर केयर एग्जेक्यूटिव बताया था.दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, मुख्य आरोपी साइबर क्राइम्स से जुड़ी खबरें डिटेल में पढ़ता था. वो देखता था कि अलग-अलग तरह की घटनाओं में विक्टिम ने क्या-क्या गलती की, इनके आधार पर वो दूसरे विक्टिम्स को कॉल करता था. रिपोर्ट के मुताबिक, इस गैंग में चार लोग शामिल हैं.
मुख्य आरोपी का नाम फैजान अली है, उसके अलावा बिकेश कुमार, दीपक ठाकुर और दीपक कुमार इस साइबर अपराध में शामिल थे. इनमें से दीपक ठाकुर बीबीए कर रहा है, वहीं दीपक कुमार इंजीनियरिंग का छात्र है. रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी फैजान ने भोपाल के डेंटिस्ट के अकाउंट से निकाले दो लाख रुपयों से नई बाइक खरीदी है.
ऑनलाइन ठगी से बचने का तरीका क्या है?
कोई भी बैंक या सरकारी संस्था आपके अकाउंट पर आया ओटीपी आपसे नहीं मांगती हैं. इस तरह का फोन आए तो संभल जाएं. अपने अकाउंट की डिटेल्स और ओटीपी किसी भी हाल में किसी को भी न दें. गलती से अगर साइबर फ्रॉड के शिकार हो जाएं तो तुरंत 1930 पर फोन करके शिकायत दर्ज करें, ताकि आपके अकाउंट से काटे गए अमाउंट को फ्रीज़ करवाया जा सके.
अकाउंट से जुड़ी कोई समस्या होने पर भी आप या तो सीधे बैंक से संपर्क करें या खुद लॉग-इन करके उनके पोर्टल पर शिकायत डालें, किसी और को अपनी तरफ से शिकायत डालने को न कहें. बैंक के ऑफिशियल वेबसाइट पर दिए गए नंबर पर फोन करके अपनी शिकायत का समाधान करें.