नई दिल्ली: भारत ने सऊदी अरब के सॉवरेन वेल्थ फंड के लिए कुछ खास नियमों में छूट दी है. इन बदलावों के बाद सऊदी अरब अब भारत में और ज्यादा निवेश कर पाएगा. इससे भारत और सऊदी अरब के बीच व्यापारिक रिश्ते ज्यादा मजबूत होंगे.
क्या है पीआईएफ?
पीआईएफ सबसे बड़े सॉवरेन वेल्थ फंड में से एक है. इसके पास लगभग 925 अरब डॉलर हैं.
अभी कहां लगा है सऊदी अरब का पैसा
सऊदी अरब की कंपनियों का काफी पैसा मुकेश अंबानी की रिलायंस रिटेल (1.3 अरब डॉलर) और जियो (1.5 अरब डॉलर) कंपनियों में लगा हुआ है.
क्या हैं मौजूदा नियम
अगर कोई विदेशी कंपनी भारत में निवेश करती है, तो उसके अलग-अलग हिस्सों से आने वाले निवेश को एक ही माना जाता है. वहीं एक कंपनी में निवेश की सीमा 10 फीसदी तय है.
क्या आ रही थी बाधा
इस नियम की वजह से सऊदी अरब के पब्लिक इन्वेस्टमेंट फंड यानी PIF की अलग-अलग कंपनियां भारत में ज्यादा निवेश नहीं कर पा रही थीं.
भारत ने क्या नियम बदला
भारत सरकार ने अब एक कंपनी में निवेश का 10 फीसदी का कैप हटा दिया है. पीआईएफ की अलग-अलग कंपनियां अब भारत में अलग-अलग निवेश कर पाएंगी.
चीन और पाकिस्तान क्यों परेशान
चीन और पाकिस्तान सऊदी अरब के साथ अपने आर्थिक रिश्ते और बेहतर करना चाहते हैं. पर भारत उन्हें पीछे छोड़ता नजर आ रहा है.