नई दिल्ली: कैंसर का नाम सुनते ही ज्यादातर लोग डर जाते हैं, लेकिन एक नई रिसर्च ने थोड़ी राहत की खबर दी है। जापान के लोगों की डेली डाइट यानी उनका रोज का खाना, कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकने में मददगार साबित हो सकता है। जी हां, एक स्टडी में ये बात सामने आई है कि जापानी स्टाइल में खाया जाने वाला लो-प्रोटीन खाना ट्यूमर की ग्रोथ को धीमा कर सकता है। तो चलिए जानते हैं इस रिसर्च और जापानी डाइट से जुड़ी खास बातें।
कौन सी रिसर्च में सामने आई जानकारी
आपको बता दें कि ये स्टडी यूनिवर्सिटी ऑफ नागोया ग्रेजुएट स्कूल ऑफ मेडिसिन की है, जिसमें शोधकर्ताओं ने खास तौर पर कैंसर ट्यूमर पर जापानी डाइट के असर को देखा। स्टडी के परिणाम MDPI नाम की जर्नल में पब्लिश हुए हैं। इसमें बताया गया कि कम प्रोटीन वाली डाइट से कैंसर सेल्स की ग्रोथ स्लो हो गई, जबकि शरीर की मसल्स पर कोई बुरा असर नहीं पड़ा।
जापानी डाइट में क्या होता है खास?
जापानी लोग अपनी डाइट में उबली या हल्के तरीके से पकी हुई सब्जियां, मछली, सोया, समुद्री घास (Seaweed), चावल और बहुत ही कम मात्रा में रेड मीट खाते हैं। इन चीजों में फैट कम और न्यूट्रिशन भरपूर होता है। यही बैलेंसड खाना उनकी सेहत का राज माना जाता है।
कैसे असर करती है लो-प्रोटीन डाइट?
स्टडी में पाया गया कि कैंसर सेल्स को बढ़ने के लिए ज्यादा प्रोटीन की जरूरत होती है। लेकिन जब डाइट में प्रोटीन की मात्रा सीमित कर दी गई, तो ट्यूमर की ग्रोथ धीमी पड़ गई। मतलब साफ है, खाना अगर सोच-समझकर खाया जाए तो वह दवा की तरह असर कर सकता है।
क्या ये डाइट सभी के लिए सही है?
वैज्ञानिकों का कहना है कि ये डाइट हेल्दी लोगों के लिए नुकसानदेह नहीं है। लेकिन फिर भी किसी भी नई डाइट को अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए, खासकर अगर किसी को पहले से कोई बीमारी है।
क्या ये डाइट कैंसर ठीक कर सकती है?
रिसर्चर्स की मानें तो ऐसा नहीं है। लेकिन यह कैंसर से लड़ने में शरीर को मजबूत बना सकती है। रिसर्चर्स मानते हैं कि भविष्य में ये डाइट सपोर्टिव थैरेपी के तौर पर काम आ सकती है। यानी इलाज के साथ-साथ यह एक हेल्दी मदद हो सकती है।