लखनऊ। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों में दिव्यांगों के लिये निशुल्क यात्रा के फर्जी पास बनवाने वालों पर नकेल कसने के लिये विभाग अब दिव्यांगों को स्मार्ट यात्रा कार्ड देगा। सूत्रों ने शनिवार को बताया कि दिव्यांगों को परिवहन निगम की बसों में निशुल्क यात्रा सुविधा मुहैया कराने के लिये स्मार्ट कार्ड दिया जायेगा। इसका मकसद रोडवेज बसों में फर्जी प्रमाण पत्र के सहारे मुफ्त में सफर करने वालों पर नकेल कसना है।
एक अधिकारी ने बताया कि इस पहल के तहत परिवहन निगम पहले चरण में प्रदेश के 11 लाख दिव्यांग यात्रियों को निशुल्क स्मार्ट कार्ड देगा। परिवहन निगम ने दिव्यांग निदेशालय से पूरे प्रदेश में पंजीकृत दिव्यांग जनों का ब्योरा मांगा है। दिव्यांग निदेशालय में पंजीकृत दिव्यांगजनों को ही स्मार्ट बस यात्रा कार्ड मिलेगा।
दिव्यांग यात्रा यह कार्ड अपने गृह जनपद के बस अड्डे पर काउंटर से प्राप्त कर सकेंगे। परिवहन निगम द्वारा 80 प्रतिशत से ज्यादा दिव्यांगता होने पर उसके साथ एक सहयोगी को भी निशुल्क यात्रा की सुविधा दी जायेगी। दिव्यांगता का प्रतिशत स्मार्ट कार्ड पर भी दर्ज रहेगा।