नई दिल्ली : ऐपल के लिए आईफोन (Apple iPhone) समेत तमाम अन्य इलेक्ट्र्रनिक्स प्रोडक्ट बनाने वाली ताइवानी कंपनी फॉक्सकॉन (Foxconn) कर्नाटक में जल्दी ही एक बड़ा प्लांट लगाने जा रही है. इसके लिए कंपनी मोटा निवेश (Foxconn India Investment) भी करेगी. ऐसा दावा किया जा रहा है कि इस प्लांट (Foxconn Karnataka Plant) से बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर सृजित होंगे. हालांकि इन सब बातों के बीच एक चिंताजनक खबर भी सामने आई है.
अब दो ही शिफ्टों में होगा काम
अंग्रेजी अखबार फाइनेंशियल टाइम्स ने इसे लेकर सूत्रों के हवाले से एक खबर दी है. खबर के अनुसार, ऐपल और फॉक्सकॉन के दबाव में आकर कर्नाटक सरकार ने श्रम कानूनों में कुछ बदलाव किया है. इस बदलाव के बाद अब कर्नाटक में भी कंपनियां अपनी फैक्ट्रियों में तीन के बजाय दो शिफ्टों में काम करा सकती हैं. इसका मतलब हुआ कि अब कर्नाटक में 9-9 घंटे की शिफ्ट के बजाय चीन की तरह 12-12 घंटे की शिफ्ट में काम कराना संभव होगा.
बदलाव से होगा ये असर
कानून में किए गए ताजा बदलाव के बाद अब एक हफ्ते में अधिकतम 48 घंटे काम करने की अनुमति होगी. हालांकि तीन महीने की अवधि के लिए ओवरटाइम को 75 घंटे से बढ़ाकर 145 घंटे कर दिया गया है.
चीन से हटा रही है प्रोडक्शन
आपको बता दें कि ताइवानी कंपनी फॉक्सकॉन अभी चीनी शहर झेंगझोउ (Zhengzhou) स्थित प्लांट में ऐपल के लिए आईफोन बना रही है. इस आईफोन प्लांट में करीब 02 लाख लोग काम करते हैं. हालांकि कोविड-19 के कारण आए व्यवधान के चलते झेंगझोउ प्लांट में प्रोडक्शन पर असर हुआ है. इस कारण फॉक्सकॉन चीन के बजाय अन्य विकल्पों पर गौर कर रही है. वहीं अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव के चलते भी कंपनियां चीन से अपना प्रोडक्शन शिफ्ट कर रही हैं.
फॉक्सकॉन करेगी इतना निवेश
इसी क्रम में फॉक्सकॉन अब बेंगलुरू एयरपोर्ट के पास 300 एकड़ में प्लांट (Foxconn Bengaluru Plant) लगाने जा रही है. यह प्लांट फॉक्सकॉन की फ्लैगशिप यूनिट होन हाई प्रीसिजन इंडस्ट्री कंपनी (Hon Hai Precision Industry Company) लगाएगी, जो ऐपल के लिए आईफोन बनाती है. इसके लिए कंपनी 700 मिलियन डॉलर का भारी-भरकम निवेश (Foxconn India Investment) कर सकती है. ऐसा दावा किया जा रहा है कि प्रस्तावित प्लांट से रोजगार के करीब 01 लाख अवसर पैदा हो सकते हैं.
फैक्ट्रीज एक्ट में किया गया बदलाव
फाइनेंशियल टाइम्स की ताजी खबर के अनुसार, ऐपल और फॉक्सकॉन राज्य में श्रम कानूनों को लचीला बनाने के लिए लॉबिंग कर रही थी. इसके चलते राज्य सरकार ने फैक्ट्रीज एक्ट में बदलाव किया है. इस बदलाव के बाद कर्नाटक में श्रम कानून अब सबसे लचीला हो गया है. हालांकि इस बदलाव पर प्रतिक्रियाएं मिली-जुली आ रही हैं. जहां एक ओर कुछ लोगों का दावा है कि इससे कर्नाटक को मैन्यूफैक्चरिंग का हब बनाने में मदद मिलेगी, जबकि दूसरी ओर श्रम संगठनों से जुड़े लोग बदलाव को मजदूर विरोधी बता रहे हैं.