अयोध्या. चैत्र रामनवमी की धूम पूरे देश में है. मठ मंदिरों में भगवान राम के जन्म की बधाइयां गाई जा रही है तो देवी मां के मंदिरों में भक्त मां जगदंबे की पूजा आराधना में लीन है. इस बार चैत्र रामनवमी कई शुभ योगों के साथ काफी फलदायक है. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक रामनवमी के दिन कई ऐसे शुभ योग बन रहे हैं. जिसमें किए गए पूजा आराधना करने से आए हुए विपत्ति से छुटकारा और संतान सुख की प्राप्ति होगी.
दरअसल ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक इस बार चैत्र रामनवमी में रामनवमी के दिन कई शुभ योग बन रहे है. जैसे रवि योग, सर्वदा सिद्धि योग, गुरु योग, अमृत सिद्धि योग, गुरु पुष्य योग इन पांच योग को एक साथ रामनवमी के दिन मिलने से तथा विधि-विधान पूर्वक भगवान राम का पूजा आराधना करने से आए हुए विपत्ति से छुटकारा तथा संतान सुख की प्राप्ति होती है.
रामनवमी के दिन पांच दिव्य संयोग भी बन रहे
ज्योतिषाचार्य पंडित कल्कि राम बताते हैं कि चैत्र नवरात्रि का महापर्व चल रहा है. अबकी बार नवरात्रि में रामनवमी बृहस्पतिवार के दिन पड़ रही है. बृहस्पतिवार के साथ-साथ रामनवमी के दिन पांच दिव्य संयोग भी बन रहे हैं. गुरु योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग अमृत योग ऐसे पांच योग यह योग रामनवमी को बहुत खास बनाएंगे, जिन भाई बहनों की संतान नहीं है संतान सुख से वंचित हैं. उन्हें चाहिए मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम के शुभ मुहूर्त में विधि विधान पूर्वक पूजा आराधना करें. ऐसा करने से शीघ्र ही संतान सुख की प्राप्ति होगी.
जानिए शुभ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य पंडित कल की राम बताते हैं कि रामनवमी इस बार 30 मार्च को है. जिसमें अमृत सिद्धि का शुभ मुहूर्त प्रातः काल 10:59 से 31 मार्च सुबह 6:13 तक रहेगा. तो दूसरी तरफ रवि और सर्वदा सिद्धि योग सूर्योदय से सूर्यास्त तक रहेगा. रामनवमी के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए. सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए भगवान राम के मंत्रों का जप करना चाहिए. ऐसा करने से मनुष्य पर आए हुए विपत्तियों का सर्वनाश होता है.