देहरादून l उत्तराखंड में कल विधानसभा चुनाव हुए। इस बार विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी ने भी जमकर अपना प्रचार-प्रसार किया। अब कांग्रेस पार्टी किन सीटों पर प्रचंड बहुमत से जीतेगी , यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा, मगर इस समय कांग्रेस पार्टी और खास कर कि कांग्रेस के स्टार प्रचारक पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की प्रतिष्ठा उत्तराखंड की 7 सीटों से जुड़ रखी है।
इस बार कांग्रेस ने किच्छा, ज्वालापुर, मंगलौर, जागेश्वर, खटीमा, हल्द्वानी और श्रीनगर सीट पर बड़े पैमाने पर जनसभाएं की हैं। राहुल गांधी और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने यहां पर खूब मेहनत कर रैलियां और रोड शो समेत जनसभाएं की हैं। ऐसे में यह सीटें कांग्रेस की प्रतिष्ठा से जुड़ गई है। इस पूरे विधानसभा चुनाव के प्रचार-प्रसार में राहुल 3 प्रियंका गांधी 2 बार उत्तराखंड आए हैं। राहुल 14 दिसंबर 2021 को देहरादून में आयोजित सैनिक सम्मान जनसभा में सम्मिलित हुए थे और इसके बाद राहुल और प्रियंका ने एक-एक बार प्रदेश की सभी 70 विधानसभा सीटों पर वर्चुअल रैलियां भी की हैं। इसके बाद चुनावी रैलियों पर पाबंदियां कम होने के बाद राहुल 5 फरवरी को यूएस नगर की किच्छा सीट में किसानों के साथ संवाद और हरिद्वार के ज्वालापुर सीट से वर्चुअल रैली में शामिल हुए और उसी दिन शाम को गंगा आरती में भी शामिल हुए।
इसी के बाद राहुल ने 10 फरवरी को सुबह हरिद्वार में मंगलवार और उसी दिन शाम को अल्मोड़ा से जागेश्वर सीट पर बड़ी रैलियां कीं। प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी उत्तराखंड में दो बार अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। 2 फरवरी को पार्टी का घोषणा पत्र जारी करने के लिए प्रियंका देहरादून आईं और उन्होंने वहां से वर्चुअल रैली शुरू की। इसके बाद कांग्रेस ने 12 फरवरी को प्रियंका की तीन बड़ी रैलियां कराईं। राहुल और प्रियंका ने जिन सीटों पर फोकस से प्रचार किया है वह यहीं 7 सीटें हैं और इन पर ही विशेष तौर पर उनका फोकस है। 7 सीटों का नतीजा सीधा-सीधा राहुल और प्रियंका की इज्जत से भी जुड़ चुका है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल का कहना है कि भाजपा नेताओं ने झूठी और सांप्रदायिक राजनीति कर प्रदेश की जनता को जमकर बेवकूफ बनाया है। जिस प्रकार की शब्दावली का प्रयोग पीएम, गृहमंत्री, मध्य प्रदेश के सीएम आदि करते रहे उससे प्रदेश के संवेदनशील लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं जबकि कांग्रेस के नेताओं ने केवल और केवल विकास पर फोकस रखा और किसी भी अन्य तरीके की फ़ूहड़ राजनीतिक कर लोगों को नहीं बहकाया। इसके साथ ही कांग्रेस ने भाषा की मर्यादा का भी पूरा पूरा ध्यान रखा। इस बार प्रदेश की 70 की 70 सीटों पर राहुल और प्रियंका का बड़ा असर देखने को मिला है और निस्संदेह कांग्रेस प्रचंड बहुमत के साथ उत्तराखंड में सरकार बनाने जा रही है।
खबर इनपुट एजेंसी से