प्रयागराज: महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर भगदड़ की स्थिति के दौरान संतों के संघर्ष की सीएम योगी ने सराहना की। उन्होंने संतों और स्थिति संभालने में जुटे लोगों को धन्यवाद देते हुए कहा कि मौनी अमावस्या पर चुनौती का संतों ने धैर्यपूर्वक सामना किया। इस दौरान महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन स्थिति पर सरकारी व्यवस्था पर पर उठ रहे सवालों को लेकर सीएम योगी ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने महाकुंभ में मौतों पर प्रतिक्रियाओं की कड़ी आलोचना की और कहा कि जो सनातन विरोधी हैं, वो ये प्रयास कर रहे थे कि संतों का धर्य जवाब दे जाए, और उसके बाद एक जगहंसाई का एक कार्य कराया जाए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को प्रयागराज पहुंचे और हेलिकॉप्टर से उतरने के बाद वह सीधे संगम नोज पहुंचे, जहां मौनी अमावस्या को अमृत स्नान पर्व के दौरान दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई थी। सीएम योगी सबसे पहले संगम नोज पहुंचे। यहां पहुंचकर उन्होंने घटनास्थल देखा, जहां मौनी अमावस्या के अमृत स्नान पर्व पर भगदड़ मची थी। इस दौरान सीएम योगी ने महाकुम्भ मेला से जुड़े अधिकारियों से पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जानकारी ली और श्रद्धालुओं के साथ भी संवाद किया।
इस मौके पर सीएम योगी ने स्थिति के दौरान संतों की धैर्य की सराहना की। उन्होंने कहा, “…मैं उन ‘संतों’ को बधाई देता हूं जिन्होंने मौनी अमावस्या के अवसर पर हमारे सामने आई चुनौती (भगदड़ की घटना) का धैर्यपूर्वक सामना किया। कुछ महान आत्माएं उस दुर्घटना का शिकार हो गईं, लेकिन उसमें स्थिति में, हमारे ‘संतों’ ने रक्षक की भूमिका निभाई और धैर्य और साहस के साथ उस चुनौती पर विजय प्राप्त की।
सीएम ने कहा, “सनातन धर्म का विरोध करने वाले उम्मीद कर रहे थे कि हमारे ‘संतों’ का धैर्य जवाब देगा और उपहास का कार्य करने की कोशिश कर रहे हैं… हमने किया है। जो हैं उनसे सावधान रहना इन पूज्य संतों के मार्गदर्शन में सनातन धर्म के मूल्यों और आदर्शों को लेकर आगे बढ़ते हुए सनातन धर्म के खिलाफ लगातार गुमराह और षड्यंत्र किया जा रहा है, जब तक हमारे ‘संतों’ का सम्मान किया जाता है, तब तक सनातन धर्म को कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकता।”