नई दिल्ली। लोकतंत्र के महापर्व में जीत के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे राजनीतिक दल एक-दूसरे पर तीखे व्यंग्य बाण छोड़ रहे हैं. भाजपा और पीएम मोदी कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के अन्य सहयोगी दलों पर हमलावर हैं. राहुल गांधी समेत विपक्षी गठबंधन के अन्य नेताओं का दावा है कि भाजपा सत्ता से जा रही है. इस जुबानी जंग के बहाने एक तरह का नरैटिव सेट करने की कोशिश की जा रही है. एनडीए जहां राम मंदिर, किच्चातिवु, सनातन, भ्रष्टाचार और मोदी की गारंटी के साथ चुनावी मैदान में है, वहीं इंडिया गठबंधन मोदीफोबिया का नरैटिव सेट करने की कोशिश में जुटा है.
लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए 19 अप्रैल को मतदान होगा, 21 राज्यों की 102 लोकसभा सीटों पर मतदान से पहले चुनाव प्रचार थम चुका है. हालांकि चुनाव के ऐलान के बाद से अब तक एनडीए और इंडिया गठबंधन के नेता लगातार रैलियां कर इलेक्शन का नरैटिव तकरीबन सेट कर चुके हैं. सभी नेताओं ने हर दिन अपने तरकश से एक नया तीर निकालकर निशाना साधा, हालांकि वह अपनी कोशिशों में कितना कामयाब हुआ यह 19 अप्रैल को मतदाता तय करेंगे.
मुद्दे जो बनेंगे वोट का आधार
लोकसभा चुनाव के लिए जारी घोषणा पत्र को भाजपा ने मोदी की गारंटी नाम दिया है तो कांग्रेस ने इसे न्याय पत्र कहा है. हालांकि चुनावी जनसभाओं में घोषणा पत्र के वादों की बात न होकर दोनों गठबंधन दलों के नेता एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं. खास तौर से पीएम नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाने के साथ 2047 के विकसित भारत के सपने को साकार करने का आह्रवान कर रहे हैं. इसके अलावा राम मंदिर का निमंत्रण ठुकराने और भ्रष्टाचार और परिवारवाद के लिए विपक्षी दलों पर हमलावर हैं. अनुच्छेद 370, तीन तलाक और राम मंदिर जैसे मुद्दों से वह मोदी की गारंटी बताकर लोगों को ये विश्वास दिलाने की कोशिश में जुटे हैं कि वह जो कहते हैं वो करते हैं. इसके अलावा दक्षिण भारत के लिए किच्चातिवु, सनातन जैसे मुद्दे भी मोदी के तरकश में हैं.
उधर विपक्ष इलेक्टोरल बाॅन्ड को लेकर भाजपा पर हमलावर है. इंडिया गठबंधन के नेता लोगों को मोदी का डर भी दिखा रहे हैं. खास तौर से राहुल गांधी जनसभाओं में ये दावा कर रहे हैं कि अगर मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने तो वह संविधान बदल देंगे. लोकतंत्र खत्म कर देंगे. इंडिया गठबंधन के सहयोगी दलों के नेता भी कुछ ऐसी ही कोशिश में जुटे हुए हैं. विपक्ष के नेताओं को निशाना बनाना, केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग को लेकर केंद्र सरकार पर लगातार आरोप लगाया जा रहा है.
राज्यवार ये हैं प्रमुख मुद्दे
पश्चिम बंगाल और असम: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पश्चिम बंगाल में ममता सरकार पर हमलावर है, पिछले दिनों ही जलपाई गुड़ी की रैली में पीएम मोदी ने ममता सरकार पर जमकर निशाना साधा था. पीएम मोदी ने आरोप लगाया था कि TMC पश्चिम बंगाल में भ्रष्टाचार और हिंसा की खुली छूट चाहती है. यहां के मुद्दों की बात करें तो यहां भी पीएम मोदी की गारंटी के साथ मैदान में उतरे हैं, केंद्र सरकार के विकास कार्य, भ्रष्टाचार, बंगाल में हिंसा को लेकर वह लगातार ममता सरकार को घेर रहे हैं. ममता बनर्जी भी केंद्र सरकार और भाजपा के खिलाफ मोर्चा संभाले हैं. ममता बनर्जी भाजपा को बंगाल विरोधी बताकर यह नरैटिव सेट करने की कोशिश कर रही हैं कि टीएमसी सरकार को केंद्र का सहयोग नहीं मिल रहा है. ममता बनर्जी एनआरसी-सीएए और यूसीसी के खिलाफ भी लगातार हमलावर हैं. असम में भी कमोवेश इन्हीं मुद्दों पर चुनाव लड़ा जा रहा है.
उत्तर प्रदेश: पहले चरण में उत्तर प्रदेश की 8 सीटों पर चुनाव होने हैं. यहां चुनावी अभियान की शुरुआत पीएम नरेंद्र मोदी ने मेरठ से की थी. इस रैली में ही पीएम मोदी ने भ्रष्टाचार पर करारे प्रहार कर ये जता दिया था कि लोकसभा चुनाव में यह बड़ा मुद्दा बनने जा रहा है. पीएम नरेंद्र मोदी ने यहां विपक्ष की नाकामियां, गन्ना किसानों और सरकार की उपलब्धियों का जिक्र किया था. राम मंदिर के प्राणप्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण ठुकराने के लिए विपक्ष को घेरकर पीएम मोदी ने पश्चिमी यूपी का नरैटिव सेट कर दिया था. इसके बाद पीलीभीत व अन्य रैलियों में भी पीएम मोदी इन्हीं मुद्दों पर कायम रहे. इसके जवाब में सपा प्रमुख अखिलेश यादव अग्निवीर, किसान कानून, पेपर लीक और विपक्ष के नेताओं की गिरफ्तारी जैसे मुद्दों पर भाजपा को घेरने की कोशिश करते नजर आ रहे हैं. इसके अलावा पीडीए यानी पिछड़ा दलित और अल्पसंख्यक का जिक्र कर नरैटिव सेट करने की कोशिश कर रहे हैं.
तमिलनाडु: पीएम नरेंद्र मोदी दक्षिण के राज्यों में इस बार सबसे ज्यादा ध्यान तमिलनाडु पर दे रहे हैं. इस साल अब तक पीएम नरेंद्र सात बार तमिलनाडु जा चुके हैं. यहां पीएम मोदी ने किच्चातिवु का मुद्दा उठाकर जहां कांग्रेस को घेरा है, वहीं सनातन का मुद्दा उठाकर डीएमके को भी घेरने की कोशिश की है. यहां इंडिया गठबंधन खासतौर से डीएमके बीजेपी को तमिल विरोधी और बाहरी बताकर घेरने की कोशिश में है.
बिहार: नीतीश कुमार के NDA में शामिल होने के बाद से ही बीजेपी ने यहां नरैटिव सेट करने की कोशिश शुरू कर दी थी. यहां भाजपा आरजेडी शासन के समय हुए भ्रष्टाचार, जंगलराज को याद दिलाकर केंद्र सरकार की उपलब्धियां को मुद्दा बना रही है. हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी ने पूर्णिया की रैली में देश की उपलब्धियों के साथ जंगलराज-भ्रष्टाचार और सनातन का जिक्र किया था. इसके लिए यहां तेजस्वी यादव के वीडियो को आधार बनाकर नवरात्र में मछली का सेवन करने को मुद्दा बनाया गया था. यहां भाजपा परिवारवाद को लेकर भी लगातार हमलावर है. उधर तेजस्वी यादव रोजगार, महंगाई को मुद्दा बनाकर भाजपा पर हमलावर है.
मध्य प्रदेश-महाराष्ट्र : मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में गरीबी, दलित आदिवासी मुख्य मुद्दा हैं. खास तौर से मध्य प्रदेश में एनडीए और इंडिया गठबंधन दोनों ही इन पर मुख्य फोकस बनाए हैं. पीएम नरेंद्र मोदी भी लगातार गरीब आदिवासियों के लिए सरकार द्वारा किए गए कामों का जिक्र कर रहे हैं. उनके तरकश में भ्रष्टाचार, कांग्रेस की नाकामी, राम मंदिर और मोदी की गारंटी का मुद्दा भी है. वहीं राहुल गांधी यहां दलित आदिवासियों का जिक्र करने के साथ-साथ जाति जनगणना और किसानों को मुद्दा बना रहे हैं. महाराष्ट्र में भी भाजपा दलित आदिवासी, भ्रष्टाचार और मोदी की गारंटी के साथ मैदान में उतरी है, जबकि इंडिया गठबंधन यहां अग्निवीर, बेरोजगारी, महंगाई, किसानों को मुद्दा बनाने में जुटी है.
इन सीटों पर होने हैं चुनाव
पहले फेज में उत्तर प्रदेश की सहारनपुर, कैराना, मुज्जफनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, पीलीभीत और रामपुर, राजस्थान की गंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझुनू, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा और नागौर तथा मध्य प्रदेश की सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला, बालाघाट और छिंदवाड़ा सीट पर मतदान होगा.
इसके अलावा असम की काजीरंगा, सोनितपुर, तखीमपुर, डिबरुगढ़ और जोरहट तथा बिहार की औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई सीट पर भी 19 अप्रैल को मतदान होना है. महाराष्ट्र dh रामटेक, नागपुर, भंडारा-गोंडिया, गढ़चिरौली चिमूर और चंद्रपुर. छत्तीसगढ़ की एक सीट बस्तर, जम्मू कश्मीर की ऊधमपुर. अरुणाचल प्रदेश की अरुणाचल पश्चिम, अरुणाचल पूर्व. मेघालय की शिलांग, तुरा, त्रिपुरा की त्रिपुरा पश्चिम सीट सीट पर भी पहले फेज में चुनाव होंगे.
उत्तराखंड की टिहरी गढ़वाल, गढ़वाल, अल्मोडा, नैनीताल, उधमसिंह नगर और हरिद्वार. मिजोरम, पुडुचेरी तथा तमिलनाडु की सभी सीटों पर पहले फेज में मतदान होगा. इसके अलावा सिक्किम, नगालैंड, अंडमान और निकोबार तथा पश्चिम बंगाल की कूचबिहार, अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी, मणिपुर और लक्षद्वीप सीट पर भी मतदान होना है.