जमशेदपुर। चलती ट्रेन से बोगियों के गायब की खबर आपने नहीं पढ़ होगी लेकिन, ऐसा हुआ है। दरअसल हावड़ा से चलकर छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल को जाने वाली 12860 गीतांजलि एक्सप्रेस से रविवार को तीन बोगियां गायब हो गई। जिसके कारण खड़गपुर में यात्रियों ने जमकर हंगामा किया और स्टेशन पर ट्रेन दो घंटे 50 मिनट तक खड़ी रही।
गीतांजलि एक्सप्रेस में सेकेंड एसी के दो, थर्ड ऐसी नार्मल के तीन, थर्ड एसी इकोनामी के तीन, स्लीपर के नौ, सामान्य श्रेणी के दो सहित दिव्यांग, पेंट्री व जनरेटर के एक-एक कोच सहित 22 कोच होते हैं। हावड़ा से रविवार को चली गीतांजलि एक्सप्रेस में बी-4, बी-5 व बी-6 गायब रहे जबकि यात्रियों की टिकट इसी के आधार पर बुक हुए थे। खड़गपुर स्टेशन पर शाम चार बजे जब ये ट्रेन पहुंची और यात्री बी-4 से बी-6 का कोच खोजने लगे लेकिन उन्हें ये मिले नहीं। जिसके बाद यात्रियों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। यात्रियों का कहना था कि उनके पास कंफर्म टिकट है तो ये गड़बड़ी क्यों। इसके कारण खड़गपुर स्टेशन पर दो घंटे 50 मिनट तक ट्रेन खड़ी रही।
काफी मान-मन्नौवल के बाद एक बीई-1 व एक स्लीपर का अतिरिक्त कोच लगाकर यात्रियों को उसमें बैठाकर ट्रेन को किसी तरह से रवाना किया गया। जबकि यात्रियों का कहना था कि हम 2035 रुपये खर्च कर 1920 रुपये वाले इकोनामी सीट पर क्यों बैंठे जबकि उसमें बेड रोल की भी सुविधा नहीं मिलती है। आखिर इस परेशानी के लिए जिम्मेदार कौन हैं। कई यात्रियों ने इस पूरे घटनाक्रम की शिकायत रेलवे बोर्ड व आइआरसीटीसी से ट्वीट के माध्यम से करते हुए जांच की मांग की है। शाम चार बजकर 41 मिनट पर टाटानगर रेलवे स्टेशन आने वाली गीतांजलि रात आठ बजकर 52 मिनट पर पहुंची।