वॉशिंगटन: भारतीय नौसेना के स्पेशल कमांडो मार्कोस ने भारत की जमीन से सैकड़ों किमी की दूरी पर सोमालियाई समुद्री लुटेरों के खिलाफ जोरदार ऐक्शन चलाकर पूरी दुनिया को हैरान कर दिया है। भारतीय नौसेना की कार्रवाई से जहां चीन को सांप सूंघ गया है, वहीं अमेरिका ने इसकी जमकर तारीफ की है। इस बीच अमेरिकी मीडिया में भी भारतीय नौसेना की कार्रवाई की जमकर चर्चा हो रही है। एक अमेरिकी अमेरिकी सैन्य विशेषज्ञ ने तो यहां तक कह दिया कि समुद्री डाकुओं के जहाज पर कब्जा करना यह दर्शाता है कि मार्कोस कमांडो दुनिया में मौजूद सर्वश्रेष्ठ स्पेशल फोर्सेस में शामिल हैं। इससे पहले मार्कोस कमांडो ने पैराशूट के जरिए जोरदार कार्रवाई की और बड़ी संख्या में सोमालियाई समुद्री डाकुओं को हिरासत में ले लिया।
करीब 2 दिन तक चली इस कार्रवाई के दौरान भारतीय कमांडो ने चालक दल के 17 सदस्यों को मुक्त कराया था। इस कार्रवाई के दौरान भारतीय नौसैनिकों को कोई नुकसान नहीं हुआ। इस अभियान के दौरान नौसेना का एक डेस्ट्रायर, एक गश्ती नौका, भारतीय वायुसेना का सी- 17 ट्रांसपोर्ट प्लेन शामिल था। इस विमान ने भारत से करीब 2500 किमी की दूरी पर मार्कोस कमांडो को उतारकर दुनिया को हैरान कर दिया। इस पूरी कार्रवाई के दौरान एक नौसैनिक ड्रोन विमान और पी8 निगरानी विमान भी गश्त लगा रहा था।
मार्कोस कमांडो का ऐक्शन क्यों है खास ?
अमेरिका के काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशन इंटरनेशनल अफेयर्स के जॉन ब्रैडफोर्ड ने सीएनएन से बातचीत में कहा कि यह सफलता दर्शाती है कि भारतीय नौसेना ट्रेनिंग, कमांड एंड कंट्रोल और अन्य क्षमता में दुनिया में टॉप क्लास की है। उन्होंने कहा, ‘इस अभियान को जो चीज आकर्षक बनाती है, वह यह है कि किस तरह से युद्धपोत, एयरक्राफ्ट और मरीन कमांडो की मदद से कार्रवाई की गई और खतरे को कम से कम किया गया।’ विशेषज्ञों को डर सता रहा है कि लाल सागर में हूतियों के हमले के कारण बहुत उथल पुथल भरे हालात हैं और ऐसे माहौल में सोमालियाई समुद्री लुटेरों को अफ्रीका के पास हमला करने का मौका दे रहा है।