मेरठ : मेरठ में पुलिस ने गुरुवार को दो घंटे का चेकिंग अभियान चलाया. पुलिस ने जातिसूचक शब्द और शीशों पर काली फिल्म चढ़ी गाड़ियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया. पुलिस ने उन गाड़ियों को भी पकड़ा. जिन पर प्रेस और पुलिस लिखा था. कुछ गाड़ियों के अंदर पुलिस तक की टोपी भी रखी थी.
पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों के निर्देश पर गुरुवार को गाड़ियों लगी काली फिल्म और जातिसूचक शब्दों को हटवाने को लेकर अभियान चलाया गया. जिसमें मावाना, हस्तिनापुर के थानों की पुलिस ने विभिन्न चेकिंग प्वाइंट पर ट्रैफिक नियम तोड़ने के खिलाफ कार्रवाई की गई.
इसके साथ ही पुलिस ने कई स्थानों पर चालान भी काटे. पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए उन्हें आगे से ऐसा ना करने की हिदायत दी और कई गाड़ियों को सीज भी किया. पुलिस के इस अभियान से सड़कों पर चलने वाले लोग डर कर इधर-उधर भागने लगे. कई को जुर्माना भरना पड़ा तो कई वाहनों से जाट, गुर्जर व पंडित लिखे स्टीकर हटाते नजर आए.
एसपी देहात अनिरुद्ध कुमार ने बताया कि जिन गाड़ियों पर काली फिल्म चढ़ी होती हैं, जातिसूचक शब्द लिखे होते हैं. प्रेस या पुलिस लिखा होता है, इनके खिलाफ चेकिंग अभियान चलाया गया. इस दौरान कई ऐसी गाड़ियों को पकड़ा जिनके अंदर पुलिस की टोपी रखी होती है. इन सभी गाड़ियों की भी जांच पड़ताल की जा रही है और जरूरत पड़ने पर सभी को सीज किया जाएगा. साथ ही मोटर मोटर व्हीकल एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी.