इंदौर l उद्योगपति के घर चोरी के मामले में इंदौर पुलिस ने आरोपी को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार कर लिया है। इंदौर पुलिस ने पश्चिम बंगाल से इसे पकड़ने के लिए कई तरह के पापड़ बेले हैं। पुलिस को कुख्यात चोर को पकड़ने के लिए गाड़ी में ही दो दिन तक नींद लेनी पड़ी है। दो दिनों तक पुलिस की टीम ने दूध और ब्रेड के सहारे अपनी भूख मिटाई है। आइए आपको चोर पकड़ने की पूरी कहानी बताते हैं।
दरअसल, इंदौर शहर के नामी उद्योगपति के घर 10 जून को चोरी हुई थी। चोरी की घटना को घर के पुराने नौकर ने ही अंजाम दिया था। इसके बाद वह पश्चिम बंगाल स्थित अपने घर भाग गया था। चोर ने उद्योगपति के कार्तिकेय कॉलोनी स्थित अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 160-161 में चोरी की थी। आरोपी का नाम विश्वनाथ वैद्य था और 24 परगना कोलकाता का वह निवासी है।
विश्वनाथ वैद्य ने चोरी तब की थी, जब उद्योगपति अमेरिका गए हुए थे और घर में सिर्फ नौकरानी थी। नौकरानी से पूछताछ के दौरान ही पुलिस को आरोपी के बारे में जानकारी मिली थी। उसके बाद पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए पांच हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
एएसआई भोला सिंह के नेतृत्व में आरोपी को पकड़ने के लिए इंदौर पुलिस की टीम रवाना हुई है। आरोपी का घर पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से 160 किमी दूर था। आमठा थाने में उसका गांव आता है। स्थानीय पुलिस ने इंदौर से गई टीम को जानकारी दी कि वहां तक पहुंचना मुश्किल है। गांव में छापेमारी के लिए रात को जानी पड़ेगी। इसके बाद स्थानीय पुलिस की टीम के साथ इंदौर की पुलिस गांव पहुंची। वहां पहुंचने के बाद आरोपी नहीं मिला।
ससुराल में छिप गया था आरोपी
जानकारी में यह बात सामने आई कि आरोपी अपेन ससुराल में जाकर छिप गया था। पुलिस वहां सादी वर्दी में पहुंची। गांव की महिलाओं को पता चल गया कि पुलिस की टीम आ गई है तो उन लोगों ने थाली पीटना शुरू कर दिया। इसके बाद स्थानीय पुलिस ने इंदौर पुलिस की टीम को समझाया कि वह लोग हमें घेर लेंगे, यहां से जल्दी निकलो। ससुराल में ही आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
पुलिस ने गांव के लोगों को समझाया कि इसने अपने सेठ के घर चोरी की है। सीसीटीवी वीडियो दिखाया, उसके बाद आरोपी को वहां से लेकर निकले। इंदौर पुलिस के अधिकारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जिस जगह पर आरोपी छिपा हुआ था, वह जगह इसी तरह के अपराध के लिए जाना जाता है। गांव पांच किमी तक पानी से घिरा है। साथ ही वहां से बांगलादेश बॉर्डर भी नजदीक है। आरोपी वहीं भागने की फिराक में था।
दूध-ब्रेड पर गुजारने पड़े दिन
इंदौर पुलिस की टीम उस इलाके में कई चुनौतियों का सामना कर रही थी। पुलिस टीम को वहां ढंग का खाना भी नहीं मिल रहा था। इंदौर दूध और ब्रेड के जरिए दो दिनों भूख मिटाई है। एक जगह पर दही चावल मिल गया था। सोने की भी कोई व्यवस्था नहीं थी। गाड़ी में ही कई बार झपकी लेनी पड़ी है।
खबर इनपुट एजेंसी से