नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन को लेकर मंथर अभी जारी है. सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि आप और कांग्रेस हरियाणा के चुनावी मैदान में गठबंधन के साथ उतरने को तैयार हैं, लेकिन आप कुछ विधानसभा सीटों पर कांग्रेस से समझौता करने के मूड में नहीं है.
सूत्रों की मानें तो आम आदमी पार्टी कलयात विधानसभा क्षेत्रों में कोई समझौता नहीं करना चाहती. साथ ही आप कुरुक्षेत्र में कम-से-कम एक सीट मांग रही है.
बताया जा रहा है कि आप अपनी पार्टी के प्लान ‘B’ पर भी काम कर रही है, जिसमें वह कांग्रेस और बीजेपी के बागियों पर नजर बनाए हुए हैं. अगर कांग्रेस-आप में बात नहीं बनती है तो आम आदमी पार्टी कांग्रेस-बीजेपी के बागियों समेत अन्य उम्मीदवारों को टिकट देकर अपनी लिस्ट जारी करना शुरू कर देगी.
आप नेता राघव चड्ढा ने रविवार को मीडिया से मुखातिब होते हुए कांग्रेस-आप गठबंधन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘मैं व्यक्तिगत बयान या व्यक्तिगत सीटों पर कोई बयान नहीं देना चाहता. मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि दोनों पार्टियों की गठबंधन की इच्छा, आरजू,हसरत और उम्मीद भी है. देखिए, अभी नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 12 सितंबर है और 12 सितंबर से पहले फैसला ले लेंगे और अगर हम गठबंधन से सहमत नहीं होते हैं या जीत की स्थिति नहीं बनती और अगर मन नहीं मिले तो फिर छोड़. देंगे.
इसके बाद एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि अभी में इस पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी नहीं करना चाहता. अभी सकारात्मक माहौल में बातचीत चल रही है. अच्छी चर्चा चल रही है, मुझे पूरा भरोसा है. मुझे उम्मीद है कि हरियाणा के हित में, देश के हित में और लोकतंत्र के हित में बातचीत से कुछ अच्छा निष्कर्ष जरूर निकलेगा. मैं आप सभी से आंकड़े साझा नहीं कर सकता. चाहे किसी दूसरी पार्टी के नेता का बयान हो, या मेरी पार्टी के नेता का बयान हो या किसी व्यक्तिगत सीट का मामला हो, मैं किसी व्यक्ति, आरोप या सीट पर टिप्पणी नहीं करूंगा. उम्मीद है कि जल्द ही हम सभी मीडिया के सामने आएंगे और आपको अच्छी खबर देंगे.”
सोमनाथ भारती का हमला
राघव चड्ढा से पहले आप विधायक सोमनाथ भारती ने कांग्रेस के साथ गठबंधन को बेमेल बताते हुए राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मलिकार्जुन खरगे पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी को हराने के लिए कांग्रेस और बीजेपी चुपके से साथ मिलकर काम करते हैं. लोकसभा चुनाव के दौरान दिल्ली में राहुल गांधी, प्रियंका और खरगे समेत कांग्रेस नेताओं द्वारा AAP उम्मीदवारों के लिए कोई प्रचार नहीं किया. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस नेताओं ने BJP को मदद की और जिस कथित शराब घोटाले में अरविंद केजरीवाल और AAP नेता जेल गए वो कांग्रेस नेता अजय माकन की साजिश थी. हरियाणा में आप-कांग्रेस गठबंधन होने से पहले आम आदमी पार्टी को लोकसभा चुनाव के दौरान दिल्ली में बने इसी तरह के गठबंधन की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि हमारे राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने लोकसभा चुनाव में तीनों कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए रोड शो किए, AAP के वरिष्ठ नेताओं और कैबिनेट मंत्रियों ने कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया. लेकिन AAP उम्मीदवारों खासकर मुझे दिल्ली कांग्रेस और स्थानीय नेताओं द्वारा बिल्कुल भी समर्थन नहीं दिया गया.
आपको बता दें कि हरियाणा की 90 विधानसभा सीट पर 5 अक्टूबर को मतदान होगा और 8 अक्टूबर को मतगणना होगी. पहले हरियाणा में एक अक्टूबर को मतदान होना था.