नई दिल्ली : भारतीय फिल्ममेकर्स हमेशा से रामायण को बड़े पर्दे पर एक शानदार फिल्म के रूप में उतारने के लिए खूब मेहनत करते आए हैं. किसी को कामयाबी मिली, तो कोई लोगों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सका. मगर रामायण का एक पात्र, इन दिनों सिनेमा में अपनी एक अलग जगह बना चुका है- संकटमोचन हनुमान.
प्रभु श्रीराम के अनन्य भक्त हनुमान की कहानियां और शक्तियां हमेशा से भारतीय जनता में एक जिज्ञासा का विषय रही हैं. लेकिन पिछले कुछ समय से बड़े पर्दे पर हनुमान एक बहुत ‘फन’ कैरेक्टर बन चुके हैं. हाल ही में तेलुगू इंडस्ट्री से एक लिमिटेड बजट में बनी फिल्म ‘हनुमान’ ने जो कमाल किया है, वो अभी भी कई थिएटर्स में अभी भी देखा जा सकता है.
बिना किसी सुपरस्टार चेहरे, बड़े बजट और दमदार प्रमोशन कैम्पेन के आई ‘हनुमान’ ब्लॉकबस्टर हो चुकी है. रिपोर्ट्स के अनुसार, 30 करोड़ रुपये के बजट में बनी ये फिल्म, वर्ल्डवाइड बॉक्स ऑफिस पर 250 करोड़ से ज्यादा ग्रॉस कलेक्शन कर चुकी है. इस पूरी कमाई को साइड रखकर देखें तो ‘हनुमान’ ने एक पौराणिक किरदार को जिस तरह, एक पूरी नई पीढ़ी के लिए ‘कूल’ बनाया है वो इसका सबसे बड़ा कमाल है.
‘हनुमान’ में तेज सज्जा
मगर सिर्फ तेज सज्जा स्टारर फिल्म ‘हनुमान’ ही नहीं, पिछले कुछ समय से फिल्मों में हनुमान और उनकी शक्तियां लगातार एक्सप्लोर की जा रही हैं. और अब हनुमान की कहानी हॉलीवुड तक पहुंच गई है.
फिल्मों को पावर देते ‘अतुलित बल धामा’ हनुमान
पौराणिक किरदारों को दर्शकों के लिए बड़े पर्दे पर लाने के पीछे शायद दो बड़े कारण काम करते हैं- जनता में इनकी पैठ और इनकी शक्तियां. ये किरदार आज के नहीं हैं, प्राचीन हैं. ये धार्मिक कथाओं और लोक कथाओं का हिस्सा रहे हैं. इनकी शक्तियों के किस्से सभी ने सुने हैं, मगर आज की रियलिटी के हिसाब से ये शक्तियां अविश्वसनीय लगती हैं. एक दर्शक जब इन्हें पर्दे पर देखता है तो ये किरदार और इनकी शक्तियां रहस्यमयी लगते हैं. मगर ये कितनी ही ऐसी चीजें कर सकते हैं जो ‘कूल’ हैं और ‘फन’ भी.
हनुमान की बात करें, तो ऐसा कैरेक्टर आपको कहां मिलेगा जो अपना शरीर बढ़ाए तो पर्वत जैसा हो जाए, सूर्य निगलने निकल पड़े और समुद्र लांघ जाए! मगर उसमें बच्चों सी मासूमियत हो और उसे खुद ही ये याद दिलाना पड़ता हो कि उसमें कितनी शक्ति है.
जिसे वरदान प्राप्त हो कि एक बार में पूरी सृष्टि तबाह करने की शक्ति रखने वाले अस्त्र-शस्त्र-मंत्र कुछ उसपर असर नहीं करेंगे. जो अपनी पर आ जाए तो पूरी लंका उजाड़ दे और सामने वाले से मजे लेने के मूड में हो तो रस्सी से बंध जाए. ये सारी चीजें हनुमान को एक ‘फन’ किरदार बनाती हैं. साथ ही उन्हें ‘चिरंजीवी’ माना जाना, सिनेमा के लिए उन्हें एक ऐसा किरदार बनाता है जिसे बदलते समय में, नए मोल्ड में ढाल कर पेश किया जा सकता है.