नई दिल्ली : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सत्ता में लौटते ही पाकिस्तान को बड़ा झटका दिया है. ट्रंप की ओर से जारी एक कार्यकारी आदेश के बाद अमेरिका ने पाकिस्तान को दी जाने वाली विदेशा सहायता को पुनर्मूल्यांकन के लिए अस्थायी रूप से रोक दिया है. ‘जियो न्यूज’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस कदम से अमेरिका की इंटरनेश्नल डेवलेपमेंट एजेंसी ( USID) की कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स रुक गए हैं.
पाकिस्तान के लिए रोकी मदद
पाकिस्तान के लिए रोके गए इन प्रोजेक्ट्स में सांस्कृतिक संरक्षण के लिए राजदूत कोष ( AFCP) भी शामिल है. यह सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और इसकी सुरक्षा को बढ़ावा देने वाला एक प्रमुख कार्यक्रम है. अमेरिकी दूतावास के मुताबिक AFCP फंड पुरातात्विक स्थलों, ऐतिहासिक इमारतों और म्यूजियम कलेक्शन समेत दुनियाभर में स्वदेशी भाषाओं और शिल्प जैसी पारंपरिक संस्कृतियों की रक्षा करने में मदद करता है.
इन परियोजनाओं पर लगी रोक
‘जियो न्यूज’ के मुताबिक पाकिस्तान को दी जाने वाली विदेशी सहायता पर लगाई गई रोक में ऊर्जा क्षेत्र से संबंधित 5 प्रोजेक्ट्स भी शामिल हैं, जिनमें पाकिस्तान जलवायु वित्तपोषण गतिविधि,विद्युत क्षेत्र सुधार गतिविधि, स्वच्छ ऊर्जा ऋण पोर्टफोलियो गारंटी कार्यक्रम पाकिस्तान निजी क्षेत्र ऊर्जा गतिविधि और ऊर्जा क्षेत्र सलाहकार सेवा परियोजना शामिल है. पाकिस्तान को डर है कि इनमें से कुछ प्रोजेक्ट्स हमेशा के लिए बंद न हो जाए.
आर्थिक मदद रोक रही ट्रंप सरकार
बता दें कि अमेरिका दुनियाभर के तकरीबन 180 देशों को किसी न किसी तरह से आर्थिक मदद पहुंचाता है. इसमें इकोनॉमिक डेवलपमेंट फंड्स, सैन्य सहायता और मानवीय मदद जैसी कई सहायता शामिल हैं. बता दें कि साल 2022 में अमेरिका ने विश्व में 64 हजार करोड़ की आर्थिक सहायता प्रदान की थी. वहीं अब ट्रंप ने पाकिस्तान समेत यूक्रेन, ताइवान, जॉर्डन और अफगानिस्तान जैसे देशों को दी जाने वाली सहायता पर रोक लगा दी, हालांकि वह इजरायल और मिस्र को सहायता देना जारी रखेगा.