भोपाल: मध्य प्रदेश के दो पूर्व मुख्यमंत्री लंबे समय बाद एक मंच पर दिखाई दिए। एमपी कांग्रेस के सीनियर नेता दिग्विजय सिंह और कमलनाथ की जुगलबंदी एक बार फिर से दिखी। मौका था कांग्रेस के प्रदर्शन का। दरअसल, राज्य में बढ़ते महिला अपराध, यौन प्रताड़ना और नशे के कारोबार के खिलाफ कांग्रेस ने सामूहिक उपवास शुरू किया है। इस सामूहिक उपवास में पार्टी के सभी सीनियर नेता मौजूद हैं। उपचुनाव से पहले जीतू पटवारी ने सभी धड़ों के नेताओं को एक मंच पर लाकर पार्टी की एकजुटता का मैसेज दिया है। बता दें कि राज्य की विजयपुर और बुधनी विधानसभा सीट पर 13 नवंबर को मतदान होना है।
राजधानी भोपाल के रोशनपुरा चौराहे पर कांग्रेस नेताओं ने सामूहिक उपवास शुरू हो गया है। इसमें पूर्व सीएम कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार सहित कांग्रेस के सभी धड़ों के नेता शामिल हैं। विधानसभा चुनाव के बाद संभवत यह पहला मौका है जब किसी आंदोलन या प्रदर्शन में कांग्रेस के सभी दिग्गज नेता एक साथ दिखाई दे रहे हैं।
हर जिले से 100 कार्यकर्ताओं को लाने का लक्ष्य
इस कार्यक्रम में हर जिले से 100-100 लोगों को लाने का टारगेट रखा गया है। इसके लिए प्रत्येक जिलाध्यक्ष को टारगेट दिया गया था। बता दें कि कमलनाथ लंबे समय के बाद एमपी कांग्रेस के किसी कार्यक्रम में दिखाई दिए हैं। लोकसभा चुनाव में हार के बाद कमलनाथ को लेकर कहा जा रहा है कि वह सक्रिय सियासत से दूर हो सकते हैं।
राहुल गांधी ने की थी मुलाकात
हाल ही में दिल्ली में राहुल गांधी और कमलनाथ के बीच मुलाकात हुई थी। राहुल गांधी खुद कमलनाथ से मुलाकात करने के लिए उनके बंगले में पहुंचे थे। जिसके बाद से अटकलें लग रही थीं कि कमलनाथ को कांग्रेस में बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है।
दिग्विजय सिंह लगातार एक्टिव
वहीं, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह मध्य प्रदेश की सियासत में लगातार एक्टिव हैं। दिग्विजय सिंह राज्यभा सांसद हैं और वह राज्य के अलग-अलग जिलों का दौरा करते रहते हैं। हालांकि मंच पर दिग्विजय और कमलनाथ आपस में लंबी चर्चा करते दिखे। इन दोनों नेताओं की जुगलबंदी पर सियासत फिर से तेज हो गई है।