भोपाल: पढ़ने आई दो सगी बहनों को पुलिस ने हनीट्रैप के आरोप में गिरफ्तार किया है। इन दोनों पर एक ट्रांसपोर्टर को फंसाकर 15 लाख रुपये ऐंठने का आरोप है। पुलिस को इनके मोबाइल फ़ोन में कई हाई-प्रोफाइल लोगों और बड़े कारोबारियों के नंबर और फ़ोटो मिले हैं, जिससे अंदेशा है कि ये पहले भी कई लोगों को अपने जाल में फंसा चुकी होंगी।
3 साल पहले आईं भोपाल
तीन साल पहले, ये दोनों बहनें रायसेन से भोपाल पढ़ने आई थीं। यहाँ आकर उनके शौक बढ़ गए और उन्हें पूरा करने के लिए उन्होंने लोगों को हनीट्रैप में फंसाना शुरू कर दिया। थाना प्रभारी अंजना दुबे के अनुसार, ‘दोनों के मोबाइल में शहर के कई हाई प्रोफाइल लोगों, बड़े कारोबारियों के नंबर और फोटो निकले हैं। इनमें कई संदिग्ध नंबर भी हैं। मोबाइल में कई आपत्तिजनक फोटो और वीडियो भी मिले हैं।’
गिरोह के हिस्से को लेकर हो रही जांच
पुलिस को शक है कि ये दोनों बहनें किसी बड़े गिरोह का हिस्सा हैं और इस सिलसिले में जांच की जा रही है। दोनों के फ़ोन की CDR निकाली जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वे किन-किन लोगों के संपर्क में थीं। पूछताछ में दोनों बहनों ने बताया कि वे लोगों को फंसाने के लिए बड़े होटलों में जाती थीं और बहाने से बातचीत शुरू करके उन्हें अपने जाल में फंसा लेती थीं। ट्रांसपोर्टर से भी उनकी मुलाक़ात एक बड़े होटल में हुई थी।
कई सिमकार्ड भी मिले
पुलिस को इनके पास से कई सिम कार्ड भी मिले हैं जिससे पता चलता है कि ये अलग-अलग नंबरों से लोगों से बात करती थीं। पुलिस अब इनके बैंक अकाउंट की जानकारी भी निकाल रही है ताकि पता चल सके कि इन्होने कितने लोगों को अपना शिकार बनाया।
ठिकाना बदलती रहती थीं दोनों
जांच में यह भी सामने आया है कि ये दोनों अपना ठिकाना बदलते रहती थीं ताकि किसी को इन पर शक न हो। पुलिस ने बताया कि दोनों बहनें काफी शौकीन थीं और महंगी चीजों की शौकीन थीं। ट्रांसपोर्टर को हनीट्रैप में फंसाकर इन्होने कार, सोने के गहने और नकदी भी ऐंठी थी। कई बार तो ये पैसे अपने छोटे भाई के अकाउंट में मंगवाती थीं और उसे कहती थीं कि ये नौकरी के पैसे हैं।