नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच पिछले ढाई साल से खूनी जंग जारी है. युद्ध के शुरुआती महीनों में जहां यूक्रेन के खिलाफ रूस हमलावर था. वहीं अब बाजी पलटती दिख रही है. अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों से मिल रहे हथियारों के बल पर पर यूक्रेन अब मॉस्को समेत रूस के अंदरुनी हिस्सों में घातक हमले कर रहा है. यूक्रेन की ओर से दागे गए 140 से अधिक ड्रोन ने रात भर में राजधानी मॉस्को सहित कई क्षेत्रों को निशाना बनाया, जो रूस के खिलाफ देश के अब तक के सबसे बड़े हमलों में से एक है. रूसी अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
रूस पर यूक्रेन का दूसरा बड़ा हमला
मॉस्को क्षेत्र के गवर्नर आंद्रेई वोरोब्योव ने बताया कि मॉस्को के पास रामेंस्कोए शहर में ड्रोन ने दो बहु-मंजिला आवासीय इमारतों को निशाना बनाया, जिससे उनमें आग लग गई. यह इस महीने रूस पर दूसरा बड़ा यूक्रेनी ड्रोन हमला था. एक सितंबर को रूसी सेना ने कहा था कि उसने एक दर्जन से अधिक रूसी क्षेत्रों में यूक्रेन द्वारा दागे गए 158 ड्रोन को मार गिराया है, जिसे रूसी मीडिया ने युद्ध की शुरुआत के बाद से सबसे बड़ा यूक्रेनी ड्रोन हमला बताया था.
मॉस्को पर ताबड़तोड़ दागे ड्रोन
रूस की जांच समिति ने तब उस हमले को टेरर अटैक घोषित कर उसकी आपराधिक जांच शुरू करने की घोषणा की थी. मेयर सर्गेई सोब्यानिन ने कहा कि सोमवार को मॉस्को में हुए ड्रोन हमले का मलबा शहर के बाहरी इलाके में एक निजी घर पर जा गिरा, लेकिन इसमे कोई हताहत नहीं हुआ, उन्होंने मॉस्को की ओर बढ़ रहे दर्जनों ड्रोन को देखा जिन्हें शहर के करीब आते ही सेना ने मार गिराया.
कुल 144 ड्रोन से किया गया हमला
रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसने नौ रूसी क्षेत्रों में यूक्रेन की ओर से दागे गए कुल 144 ड्रोन को मार गिराया. इस बीच संयुक्त राष्ट्र के अनुसार रूस ने यूक्रेन पर मिसाइलों, ग्लाइडेड बमों और अपने ड्रोन से हमला किया है, जिसमें 10,000 से अधिक नागरिकों की मौत हो चुकी है. यूक्रेनी अधिकारियों ने शिकायत की है कि देश के पश्चिमी भागीदारों की ओर से दिए गए हथियार यूक्रेनी सेना की जरूरतों के हिसाब से कम हैं और सामान्य तौर पर वादा किए जाने के काफी समय बाद आते हैं. राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रक्षा कंपनियों से अपना उत्पादन बढ़ाने का आग्रह किया है.