नई दिल्ली: रूस ने दावा किया कि यूक्रेन ने कुर्स्क क्षेत्र में सेम नदी पर बने पुल को तबाह करने के लिए पश्चिमी रॉकेटों इस्तेमाल किया. बीबीसी के मुताबिक इस पुल का इस्तेमाल रूसी सैनिकों की आवाजाही के लिए किया जाता था. इसके नष्ट होने से उनके प्रयासों में बाधा आ सकती है.
रॉयटर्स के मुताबिक रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने शुक्रवार देर रात टेलीग्राम मैसेजिंग ऐप पर कहा, ‘पहली बार, कुर्स्क क्षेत्र पर पश्चिमी में बने रॉकेट लॉन्चरों, संभवतः अमेरिकी HIMARS से हमला किया गया.’
जखारोवा ने कहा, ‘ग्लुशकोवो जिले में सेम नदी पर बने पुल पर हमले के परिणामस्वरूप, यह पूरी तरह से नष्ट हो गया, और नागरिक आबादी के निकलने में सहायता करने वाले स्वयंसेवक मारे गए.’
कीव की सेनाएं आगे बढ़ीं
यूक्रेनी सेना प्रमुख ओलेक्सांद्र सिरस्की ने शुक्रवार को कहा कि रूस में घुसपैठ शुरू होने के 11 दिन बाद, कीव की सेनाएं कुर्स्क क्षेत्र के कुछ इलाकों में 1 से 3 किलोमीटर (0.6 से 1.9 मील) तक आगे बढ़ चुकी हैं.
कीव ने 6 अगस्त से अब तक इस क्षेत्र में 1,150 वर्ग किलोमीटर (440 वर्ग मील) के क्षेत्र में 82 बस्तियों पर कंट्रोल करने का दावा किया है.
रूस का पश्चिमी देशों पर आरोप
रूस ने पश्चिमी देशों पर यूक्रेन के रूसी क्षेत्र पर पहले जमीनी हमले का समर्थन करने और उसे प्रोत्साहित करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि कीव के ‘आतंकवादी आक्रमण’ से युद्ध की दिशा नहीं बदलेगी. रॉयटर्स के मुताबिक वाशिंगटन में अधिकारियों ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका, अब तक इस कीव के इस हौरान करने वाले हमले को एक सुरक्षात्मक कदम मानता है.
बीबीसी के मुताबिक रूसी जमीन पर यूक्रेनी हमले का दूसरा सप्ताह है. दो साल पहले मॉस्को की तरफ से हमला शुरू किए जाने के बाद से कीव का सबसे गहरा हमला है.