विकासनगर। पछुवादून के नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार अघोषित बिजली कटौती जारी है। चार से पांच घंटे तक लगातार अघोषित कटौती के चलते लोग परेशान हैं। सुबह व शाम के समय हो रही बिजली कटौती के चलते क्षेत्र में पेयजल का भी संकट खड़ा हो गया है। जिससे लोगों में ऊर्जा निगम के प्रति आक्रोश बढ़ता जा रहा है। पिछले पांच दिनों से लगातार पछुवादून में बिजली की अघोषित कटौती चल रही है। शनिवार को भी क्षेत्र के शहरी से लेकर ग्रामीण इलाकों में चार से पांच घंटे की बिजली कटौती रही। विकासनगर व उसके आसपास के पचास से अधिक गांवों में चार घंटे की अघोषित कटौती रही। जबकि हरबर्टपुर सहसपुर मे भी चार घंटे की अघोषित कटौती रही।
इन क्षेत्रों में सुबह आठ बजे बिजली गुल हो गई थी जो बारह बजे दोपहर बाद ही सुचारु हो पायी। वहीं सेलाकुई, सुद्धोवाला, भाऊवाला, राजावाला सहित आसपास के साठ से अधिक गांवों में भी करीब पांच घंटे तक बिजली की आपूर्ति ठप रही। सुबह नौ बजे बिजली गुल होने के बाद दो बजे आपूर्ति सुचारु हो पायी। बिजली कटौती के चलते इन सभी क्षेत्रों में जलापूर्ति भी ठप रही। लोगों को पीने के लिए पानी तक नहीं मिल पाया है।
ठंड के मौसम में लोगों के घरों में पानी न आने के कारण लोग दैनिक उपयोग व खाने पीने के लिए पानी को हैंडपंपों व नहरों से वाहनों में पानी ढोते रहे। ऊर्जा निगम विकासनगर के अधिशासी अभियंता प्रदीप कुमार का कहना है कि प्रदेश में बिजली की खपत अधिक, उत्पादन व आपूर्ति कम होने के कारण कटौती की जा रही है। कहा कि बिजली कटौती का कोई निर्धारित समय भी तय नहीं होता। लोड अधिक होने पर अलग-अलग क्षेत्रों में बिजली की कटौती की जाती है।