नई दिल्ली: Google Play Store या फिर Apple App Store पर अगर कोई ऐप नहीं मिलता तो यूजर्स बिना सोचे समझे गूगल पर जाकर APK File के जरिए ऐप को डाउनलोड कर लेते हैं. अगर आप भी ऐसा कुछ करते हैं तो आज की ये जानकारी खास आप लोगों के लिए है. हम आज आपको बताएंगे कि आखिर ऐप डाउनलोडिंग का सही तरीका क्या है और थर्ड पार्टी प्लेटफॉर्म्स के जरिए APK File को डाउनलोड करना का नुकसान क्या है?
किसी भी Mobile App को डाउनलोड करने से पहले ये जरूरी है कि उस ऐप को वेरिफाई कर लिया जाए कि वाकई ऐप सही भी है या नहीं? अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ये कैसे होगा? तो आइए आपको कुछ तरीके बताते हैं जिनकी मदद से आप ऐप को वेरिफाई कर सकते हैं कि ऐप वाकई सही है या नहीं?
Mobile App Verification: ऐसे करें वेरिफाई
- गूगल प्ले स्टोर और एपल ऐप स्टोर जैसे ऑथेंटिक प्लेटफॉर्म के जरिए ऐप डाउनलोड करें.
- किसी भी ऐप को इंस्टॉल करने से पहले ऐप के नीचे दिए रिव्यू को जरूर पढ़ें, लोग ऐप के साथ अपने एक्सपीरियंस को शेयर करते हैं जिससे कि लोगों को ऐप की खूबियां और खामियों के बारे में पहले ही जानकारी मिल जाती है.
- गूगल प्ले स्टोर या एपल ऐप स्टोर पर ऐप की रेटिंग चेक करें कि लोगों ने ऐप को ओवरऑल कितनी रेटिंग दी है.
- थर्ड-पार्टी प्लेटफॉर्म के जरिए APK फाइल की मदद से ऐप इंस्टॉल न करें क्योंकि इस तरह के ऐप को वेरिफाई नहीं किया जा सकता है.
थर्ड-पार्टी प्लेटफॉर्म से डाउनलोड करने पर नुकसान
- गूगल प्ले स्टोर या एपल ऐप स्टोर के बजाय किसी थर्ड-पार्टी प्लेटफॉर्म से ऐप डाउनलोड करने पर पर्सनल डिटेल्स लीक होने का खतरा ज्यादा होता है.
- स्कैमर्स फेक ऐप का इस्तेमाल कर लोगों से ऐप लॉगइन करवा लेते हैं जिससे आपकी जरूरी डिटेल्स स्कैमर्स के पास चली जाती है और डिटेल्स हाथ लगने के बाद आपका अकाउंट भी खाली हो सकता है.
- APK File में वायरस या मैलवेयर हो सकता है जो आपके डिवाइस में घुसकर आपके डिवाइस को हैक कर, बैंक अकाउंट खाली कर सकता है.
ध्यान दें
कुल मिलाकर, ऐप डाउनलोड करने का बस एक ही सही तरीका है. अगर आप एंड्रॉयड यूजर हैं तो गूगल प्ले स्टोर और एपल यूजर हैं तो ऐप स्टोर से ही ऐप इंस्टॉल करें. थर्ड-पार्टी प्लेटफॉर्म्स या APK File के जरिए ऐप इंस्टॉल करना रिस्की हो सकता है.