देहरादून। कांग्रेस प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उत्तराखंड सरकार पर शिक्षा और स्वास्थ्य को बदहाल करने के आरोप जड़े। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल में इन क्षेत्रों को बेहतर बनाने की बहुत योजनाएं शुरू कीं, लेकिन भाजपा ने सत्ता में आते ही इनकी उन्नति की बजाय इन्हें पीछे धकेलने का काम किया गया। यही कारण है कि उत्तराखंड में बेरोजगारों की फौज है।
पूर्व सीएम हरीश रावत राजपुर रोड स्थित कांग्रेस भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में राज्य सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली किसी से छिपी नहीं है। जनता के बीच बढ़ता अंसतोष का भाव अखबारों में विज्ञापन देकर कम होने वाला नहीं है। आज नौजवान, महिला, किसान, व्यापारी, कर्मचारी वर्ग सभी सरकार की नीतियों से खफा हैं।
उन्होंने दोहराया 300 यूनिट बिजली देने का वादा करने से पहले मैंने इसपर होमवर्क किया है। प्रदेश में बिजली उत्पादन की क्षमता कई गुणा अधिक है, जिसका सरकार सही ढंग से दोहन नहीं कर पा रही है। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाए की उनके कार्यकाल में 18 तरह की पेंशन योजना संचालित हो रही थी, जिसमें गरीब, विधवा, अनुसूचित जाति, जैसे लोगों का लाभ मिल रहा था। इस सरकार ने कई पेंशन योजनाओं को बंद करने का काम किया है। इस मौके पर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गणेश गोदियाल, पूर्व मंत्री दिनेश अग्रवाल, शूरवीर सिंह सजवाण आदि मौजूद रहे।
खबर इनपुट एजेंसी से