भोपाल l 10 दिनों के अंदर हाईवे के पांच ओवर ब्रिजो में बम डिवाइस लगाकर तहलका मचाने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह सभी आरोपी उत्तर प्रदेश के हैं और बेरोजगार हैं। बेरोजगारी से परेशान होकर इन लोगों ने दहशत फैलाने के लिए बम रखे।
रीवा पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने बम रखने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी का खुलासा पत्रकारों से चर्चा में किया है। गौरतलब है कि रीवा जिले में दस दिनों के अंदर पांच जगहों पर बम मिलने की खबर ने पुलिस के होश उड़ा दिए थे हालांकि जांच के बाद ये सभी बम खाली पाए गए थे। ये सभी बम दहशत फैलाने के उद्देश से लगाए गए थे। पुलिस इन बदमाशों को पकड़ने के लिए लगातार प्रयास कर रही थी। सभी ब्रिज के पास सीसीटीवी लगाए गए थे और हाईवे के सभी थानों को अलर्ट में रखा गया था। साथ ही इन बदमाशों की सूचना देने वालो को पुलिस ने दस हजार के इनाम की घोषणा भी की थी।
टोलप्लाजा के सीसीटीवी कैमरों से पकड़ गए दहशत फैलाने वाले
पुलिस इन बदमाशों को पकड़ने के लिए लगातार प्रयास भी कर रही थी जिसमे उसे सफलता भी हाथ लगी पुलिस को घटनास्थल और टोल प्लाजा के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में एक संदिग्ध कार दिखीं। इससे पुलिस बदमाशों के गिरवा तक पहुंची और उनसे पूछताछ में उन्होंने इन घटनाओं को अंजाम देना कबूल कर लिया।
तीनों आरोपी यूपी के रहने वाले
पुलिस ने डिवाइस लगाकर दहशत फैलाने वाले तीन आरोपि प्रकाश सिंह, रामतीरथ हरिजन और दिवेश दुबे को गिरफ्तार कर लिया है जिन्हे जल्द ही न्यायालय में पेश कर दिया जाएगा। सभी आरोपी यूपी के रहने वाले है जिन्होंने मध्यप्रदेश के साथ उत्तरप्रदेश में भी कई घटनाओं को अंजाम देना कबूल किया है। सभी युवा हैं। पुलिस ने इनके पास से इलेक्ट्रानिक सर्किट, मदर बोर्ड, एल्यूमिनियम तार इलेक्ट्रानिक घड़ी प्लास्टिक के पाइप सहित कई समान जब्त किए। इनका उपयोग उन खाली बमों में किया गया था जो मिले थे।
खबर इनपुट एजेंसी से