नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश में अनंतपुर जिले के एक गांव में मंगलवार सुबह अज्ञात लोगों ने हनुमान मंदिर के रथ को आग के हवाले कर दिया। पुलिस ने इस सिलसिले में 5 आरोपियों को हिरासत में लिया है। अनंतपुर के जिला पुलिस अधीक्षक पी. जगदीश ने बताया कि घटना सांप्रदायिक नहीं है, बल्कि एक ही समुदाय के दो गुटों के बीच झगड़े का परिणाम है। उन्होंने कहा, ‘यह सांप्रदायिक नहीं है। 2 साल पहले दो लोगों ने इसके लिए चंदा दिया था और उनके बीच मतभेद पैदा हो गया था।’
पुलिस के अनुसार, इस रथ को सार्वजनिक स्थान पर रखने को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया। इसके बाद दानकर्ताओं को इसे अपने घर में रखने को कहा गया। जगदीश ने बताया कि बातचीत के बाद रथ को खड़ा करने के लिए एक शेड बनाने पर सहमति बनी थी, लेकिन मंगलवार सुबह अज्ञात व्यक्तियों ने कथित तौर पर रथ में आग लगा दी। एसपी ने बताया कि पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में लिया है। गांव के ही विरोधी गुट के सदस्यों का इस घटना के पीछे हाथ होने का संदेह है।
सीएम चंद्रबाबू नायडू ने मामले का लिया संज्ञान
मंगलवार सुबह इस सिलसिले में एक शिकायत दर्ज कराई गई, लेकिन अबतक मामला दर्ज नहीं किया गया है। इस बीच, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने इस घटना का संज्ञान लिया और जिले के अधिकारियों से इस बारे में पूछा। घटना की निंदा करते हुए सीएम ने अपराधियों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने का आदेश दिया। यह घटना ऐसे समय सामने आई है जब तिरुपति मंदिर के लड्डुओं में मिलावटी घी के इस्तेमाल के आरोप लगे हैं।
चंद्रबाबू नायडू ने विश्व प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर के प्रसाद लड्डू बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले घी में मिलावट के आरोप लगाए हैं। इस पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि तिरुमला तिरुपति प्रसाद मामले में आंध्र प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगी गई है और उचित कार्रवाई की जाएगी।