मोबाइल फोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है. अगर हम कहीं बाहर जाते हैं तो ये भी हमारे साथ होता है. लेकिन मुसीबत तब आती है जब आप बाहर हों और मोबाइल की बैटरी लो हो जाए. ऐसे में शॉप या दुकानों पर लगे चार्जिंग पॉइंट काफी काम आते हैं. लेकिन साइबर क्रिमिनल्स ने लोगों को ठगने के लिए मोबाइल चार्जिंग पॉइंट को भी नहीं छोड़ा. रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट या दूसरे पब्लिक प्लेस पर मिलने वाले फोन चार्जिंग पॉइंट से फोन चार्ज करना खतरनाक हो सकता है. यहां देखें कि ये कैसे आपके लिए मुसीबत बन सकता है.
अमेरिका की फेडरल जांच एजेंसी FBI ने हाल ही में लोगों को खुद का पॉकेट चार्जर रखने की सलाह दी है. एफबीआई ने पब्लिक चार्जर से बचने की के लिए कहा है. फेडरल एजेंसी का मानना है कि मॉल या शॉप पर मौजूद पब्लिक फोन चार्जर से मोबाइल हैक होने का खतरा है.
पब्लिक चार्जिंग पॉइंट से हैकिंग
दरअसल ये पूरा मामला जूस जैकिंग से जुड़ा हुआ है. साइबर अपराधी एयरपोर्ट, होटल या शॉपिंग सेंटर जैसी जगहों पर मौजूद चार्जिंग पॉइंट से लोगों को अपना शिकार बनाते हैं. पब्लिक USB पोर्ट्स के जरिए लोगों के फोन में मैलवेयर और मॉनिटरिंग सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किया जाता है. इसके बाद फोन को हैक करके यूजर्स का प्राइवेट डेटा चुराया जाता है.
पहले भी आई वॉर्निंग
इसलिए एफबीआई ने सलाह दी है कि जब भी बाहर जाएं अपना पोर्टेबल पावर बैंक साथ ले जाएं. 2021 में भी अमेरिकी कम्यूनिकेशन कमीशन ने जूस जैकिंग को लेकर चेतावनी जारी की थी. इसमें बताया गया कि साइबर क्रिमिनल्स पब्लिक यूएसबी पोर्ट में खतरनाक सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करते हैं. इसके बाद यूजर्स के पासवर्ड समेत सेंसिटिव डेटा पर अटैक किया जाता है.
बचने के लिए क्या करें?
ये केवल अमेरिका की बात नहीं है, इंडिया में साइबर अपराधी ऐसे कामों को अंजाम दे सकते हैं. इसलिए सावधान रहना जरूरी है. पब्लिक प्लेस पर मोबाइल चार्जर का इस्तेमाल करना काफी आम हो गया है. किसी भी धोखाधड़ी या फ्रॉड से बचने के लिए पावर बैंक का इस्तेमाल करना बेहतर है. पब्लिक चार्जर से फोन चार्ज करते समय डेटा ब्लॉकर का इस्तेमाल करना फायदेमंद रहेगा.