देहरादून l मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में मोबाइल एप्लीकेशन ‘‘ उत्तराखण्ड भूकंप अलर्ट’’ एप का शुभारम्भ किया. उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और आईआईटी रूड़की के सौजन्य से बनाया गया है. इस एप के माध्यम से भूकंप से पूर्व चेतावनी मिल जायेगी. उत्तराखण्ड यह एप बनाने वाला पहला राज्य बना है. इससे जन सुरक्षा में मदद मिलेगी. इस एप के माध्यम से भूकंप के दौरान लोगों की लोकेशन भी प्राप्त की जा सकती है. भूकंप अलर्ट के माध्यम से भूकंप से क्षतिग्रस्त संरचनाओं में फंसे होने पर सूचना दी जा सकती है. उत्तराखण्ड भूकंप अलर्ट एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं.
भूकंप से पूर्व चेतावनी प्राप्त करने हेतु तैयार की गई ‘‘उत्तराखण्ड भूकंप अलर्ट’’ एप का शुभारम्भ किया। ऐसी पहल करने वाला उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य बन गया है।
इसके माध्यम से भूकंप के दौरान लोगों की लोकेशन प्राप्त की जा सकेगी, जिससे जन सुरक्षा में तत्काल मदद मिलेगी। pic.twitter.com/KykLchApDe
— Pushkar Singh Dhami (Modi Ka Parivar) (@pushkardhami) August 4, 2021
भूकंप से पहले मिल जाएगा अलर्ट
उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रूड़की द्वारा विकसित किया गया है. उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, आपदा प्रबंधन विभाग एवं भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रूड़की के सौजन्य से बनाये गये इस एप के माध्यम से भूकम्प से पूर्व चेतावनी मिल जायेगी. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि, उत्तराखण्ड भूकंप की दृष्टि से संवेदनशील राज्य है. इस एप के माध्यम से लोगों को भूकंप पूर्व चेतावनी मिल सके, इसके लिए इस एप की लोगों को जानकारी दी जाय. विभिन्न माध्यमों से व्यापक स्तर पर इसका प्रचार प्रसार किया जाय. आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा इसकी लघु फिल्म बनाकर जन-जन तक पहुंचाया जाय. स्कूलों में भी बच्चों को लघु फिल्म के माध्यम से इस एप के बारे में जानकारी दी जाए.
सीएम ने कहा, ये अच्छी पहल
मुख्यमंत्री ने कहा कि, जिन लोगों के पास एंड्राइड फोन नहीं हैं, उनको भी भूकंप से पूर्व चेतावनी मैसेज पहुंच जाए. इस एप के माध्यम से यह सुविधा भी प्रदान की जाए. भूकंप पूर्व चेतावनी में सायरन एवं वायस दोनों माध्यमों से अलर्ट की व्यवस्था की जाए. भूकंप पूर्व चेतावनी के लिए सायरन टोन अलग से हो. मुख्यमंत्री ने कहा कि, भूकंप पूर्व चेतावनी के लिए यह एक अच्छी पहल है. इस अवसर पर आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस.संधु, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, सचिव आपदा प्रबंधन एस.ए. मुरूगेशन, आई.आई.टी. रूड़की के प्रो. कमल एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे.
खबर इनपुट एजेंसी से