देहरादून : सरकार ने सीएम सौर स्वरोजगार योजना का दायरा बढ़ा दिया है। संशोधित सीएम सौर स्वरोजगार योजना को गुरुवार को कैबिनेट ने हरी झंडी दिखा दी। अब इस योजना में लोग 25 से 200 किलोवाट तक के सोलर प्लांट लगा सकेंगे। अभी तक इसमें 25 किलोवाट तक के प्लांट लगाने का प्रावधान था। इसमें प्लांट की लागत बढ़ाने को मंजूरी दी गई है। साथ ही प्लांट लगाने वालों को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों (एमएसएमई) को मिलने वाली सब्सिडी भी मिलेगी।
कम कमाई के चलते नहीं बढ़ रहा था रुझान पहले सीएम सौर स्वरोजगार योजना के तहत 25 किलोवाट तक के ही सोलर प्लांट लगाने का प्रावधान था। इसे लेकर लोगों ने बहुत उत्साह नहीं दिखाया। सरकार ने इस योजना के तहत दस हजार प्लांट लगाने का लक्ष्य रखा था, पर आंकड़ा एक हजार प्लांट तक भी नहीं पहुंचा। दरअसल,25किलोवाट तक के प्लांट में बमुश्किल पांच से सात हजार रुपये प्रतिमाह तक ही कमाई हो पा रही थी। इससे योजना के लिए लोगों का रुझान नहीं बढ़ रहा था।
बड़े प्लांट से अधिक आय इसके बाद पॉलिसी में संशोधन करते हुए 50,100 और 200 किलोवाट के सोलर प्लांट लगाने की मंजूरी देने का प्रस्ताव कैबिनेट में रखा गया। कैबिनेट ने संशोधित प्रस्ताव में 25 किलोवाट की श्रेणी को भी जारी रखने पर जोर दिया। तय हुआ कि योजना में 25 से 200 किलोवाट तक के सोलर प्लांट लगाए जा सकेंगे।
संशोधन के बाद ज्यादा सब्सिडी कैबिनेट ने प्लांट की लागत बढ़ाने का भी फैसला किया गया। इसे 40 हजार रुपये प्रति किलोवाट से बढ़ाकर 50 हजार रुपये प्रति किलोवाट किया गया। चूंकि प्लांट की लागत के अनुपात में ही निवेशक को सब्सिडी मिलती है,तो अब उन्हें अधिक सब्सिडी मिलेगी। योजना में एमएसएमई के तहत मिलने वाली सब्सिडी का भी लाभ मिलेगा। इसके लिए सीमांत जिलों में कुल लागत का 40, पहाड़ी जिलों में 35 व मैदानी जिलों में 30 सब्सिडी का मानक तय किया गया है। प्लांट लगाने को सिंगल विंडो पोर्टल पर आवेदन कर सकेंगे।
पूर्व में लगे प्लांट की बढ़ा सकते हैं क्षमता
सीएम सौर स्वरोजगार योजना के तहत पूर्व में लगे 25 किलोवाट के सोलर प्लांटों की क्षमता भी बढ़ाई जा सकेगी। संशोधित योजना में इसके लिए प्रावधान किया गया है। पूर्व में लगे प्लांटों की क्षमता बढ़ाकर 200 किलोवाट तक की जा सकेगी। साथ ही ऐसे आवेदक, जिन्होंने पूर्व में 25 किलोवाट के लिए आवेदन किया था, पर प्लांट लगा नहीं पाए, वे भी बिना किसी औपचारिकता के प्लांट लगा सकेंगे। ऐसे आवेदक, यदि प्लांट की क्षमता 25 किलोवाट से बढ़ाना चाहेंगे, तो उन्हें बढ़ी हुई क्षमता के लिए आवेदन करना होगा।
अब समूह भी लगा सकेंगे सोलर प्लांट
अब स्वयं सहायता समूह भी सोलर प्लांट लगा सकेंगे। अभी तक योजना के तहत लोग व्यक्तिगत रूप से ही प्लांट लगा सकते थे। कैबिनेट ने अब स्वयं सहायता समूह, महिला समूहों को भी प्लांट लगाने की मंजूरी दी है।
अगली कैबिनेट बैठक में आएगी सोलर पॉलिसी
उत्तराखंड की नई सोलर पॉलिसी को भी गुरुवार की कैबिनेट बैठक में रखा जाना था, लेकिन प्रस्ताव नहीं आ पाने के कारण उसे अगली कैबिनेट तक के लिए टाल दिया गया।