देहरादून : उत्तराखंड पुलिस सभ्य लोगों के लिए मित्र पुलिस है, लेकिन अपराधियों और माफिया के लिए हम काल पुलिस होंगे। जेल में बैठे, बाहर से आने वाले या राज्य में ही बैठे अपराधी अब उत्तराखंड में अपराध करने की हिमाकत न करें। पुराने तेवरों में दिखे कार्यवाहक डीजीपी अभिनव कुमार ने ये दो टूक चेतावनी अपराधियों को दी है।
उनके इस तेवर से माना जा रहा है कि उत्तराखंड में फिर अपराधियों और माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई होने जा रही है। अभिनव कुमार ने कहा कि हमारी छवि मित्र पुलिस की भले ही हो, लेकिन हम अपराधियों के सिर कुचलना अच्छी तरह जानते हैं। आम जनता की सुरक्षा के साथ समाज में भय और तनाव का माहौल पैदा करने वाले अपराधियों को उनके अंजाम तक पहुंचाना हमारा मकसद है।
डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा कि आज हमारे सामने यातायात और आपदा प्रबंधन एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक से स्थानीय लोगों के साथ ही हर साल प्रदेश में आने वाले लाखों पर्यटकों और श्रद्धालुओं को भी दिक्कत होती है। ऐसे में इस समस्या के निस्तारण पर हमारा फोकस होगा। आपदा के वक्त पुलिस फर्स्ट रिस्पांडेंट है, ऐसे में हमें अपनी क्षमताएं बढ़ानी होगी।
अभिनव ने संभाला डीजीपी का कार्यभार
वरिष्ठ आईपीएस अभिनव कुमार ने गुरुवार शाम उत्तराखंड के डीजीपी का कार्यभार संभाल लिया। निवर्तमान डीजीपी अशोक कुमार के सेवानिवृत्त होने पर उन्होंने कार्यवाहक डीजीपी के तौर पर पुलिस मुख्यलाय में चार्ज लिया। चार्ज संभालने के बाद अभिनव कुमार ने कहा कि पीड़ितों को न्याय दिलवाना और कानून व्यवस्था सुदृढ़ करना उनकी पहली प्राथमिकता है। दून में हुई करोड़ों की डकैती का अब तक पूरी तरह खुलासा ना होने पर उन्होंने दून पुलिस को बड़ी राहत भी दी। डीजीपी बोले, किसी बड़ी घटना में चंद दिनों या चंद घंटों में खुलासे का अल्टीमेटम देना पुलिसिंग के लिहाज से सही नहीं है।
कार्यवाहक डीजीपी अभिनव कुमार ने दी चेतावनी
डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा कि आज साइबर अपराध एक सबसे बड़ी चुनौती है। इससे निपटने के लिए हमें बेहद मजबूत होना होगा। इसके लिए सिपाही स्तर से ही साइबर एक्सपर्ट तैयार करने होंगे। हमें सिपाहियों को भी साइबर अपराधों से निपटने के लिए ट्रेंड करना होगा। इसके लिए जल्द ही कार्ययोजना तैयार की जाएगी। इसके अलावा महिला अपराधों की रोकथाम के लिए भी विशेष प्रयास करने होंगे।