देहरादून : फोन पर हुई बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने के मुद्दे को लेकर शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने पूर्व काबीना मंत्री हरक सिंह रावत पर सवाल उठाए हैं। बकौल अग्रवाल, हरक ने मेरे साथ हुई बातचीत का वीडियो बनाकर, मेरे साथ विश्वासघात किया है। एक वरिष्ठ नेता को इस प्रकार किसी मंत्री से बातचीत का वीडियो वायरल करना शोभा नहीं देता।
क्या है मामला सोशल मीडिया पर कुछ समय से कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में दिख रहा है कि हरक सिंह कार में बैठकर कहीं जा रहे हैं। इसी दौरान वह फोन पर काबीना मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल से बात करते हैं। वीडियो में हरक, अग्रवाल से कई बातें कर रहे हैं। इस दौरान हरक ने बारिश को देखते हुए आईडीपीएल में चल रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान को तत्काल बंद करने का अनुरोध कर रहे हैं।
साथ ही अग्रवाल को अपनी बातें मनवाने के भी टिप्स दे रहे हैं। वीडियो के दौरान अग्रवाल भी अतिक्रमण के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को, इस समय बंद करने पर सहमति जताते सुनाई दे रहे हैं। मंत्री खफा अग्रवाल ने सोमवार को विधानसभा में पत्रकार वार्ता के दौरान हरक पर जोरदार हमला बोला। अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने विषय की गंभीरता को देखते हुए हरक से बातचीत की।
लेकिन उक्त बातचीत को रिकार्ड कर सोशल मीडिया पर अपलोड किया जाना गलत है। एक मंत्री के साथ बातचीत को एक पूर्व मंत्री द्वारा सोशल मीडिया पर अपलोड करना खेदजनक है। उन्होंने कहा कि हरक उस बातचीत के दौरान कोटद्वार में अवैध कब्जे को बढ़ावा देने की बात को भी स्वीकार कर रहे हैं। इससे साबित होता है कि हरक अतिक्रमण करने वालों का साथ देने वाले व्यक्ति हैं। बहरहाल, हरक का कृत्य, विश्वास को तोड़ने वाला है।
मैने फोन रिकॉर्डिंग नहीं की हरक
काबीना मंत्री अग्रवाल के आरोप पर हरक सिंह ने कहा कि उन्होंने फोन रिकॉर्डिंग नहीं की। साथ के कुछ लोगों ने बातचीत रिकॉर्ड कर ली थी। चूंकि अग्रवाल सकारात्मक रुख दिखा रहे थे, इसलिए परेशान जनता को सही जानकारी देने के लिए उक्त वीडियो जारी किया। बकौल हरक-अब न मैं मंत्री हूं और न सरकार में हूं, इसलिए गोपनीयता भंग करने वाले आरोप में कोई दम नहीं है। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश में कई संस्थाओं के पास सरकारी जमीन है, क्या उनसे भी जमीन खाली करवाएगी?