वाराणसी: काशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं की बढ़ती जा रही संख्या न केवल रोज नए रिकॉर्ड कायम कर रही है, बल्कि वाराणसी के व्यापार को भी आगे बढ़ा रही है. बीते 3 वर्षों में जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के विश्वनाथ धाम का लोकार्पण किया है तब से लेकर अब तक 19 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन कर लिए हैं. यह संख्या देश के अन्य पर्यटन स्थलों और धार्मिक स्थलों की तुलना में कहीं ज्यादा है.
विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं के दर्शन का टूटा रिकॉर्ड
वाराणसी में स्थित द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक बाबा काशी विश्वनाथ के दरबार में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या न केवल साल दर साल अपना रिकॉर्ड तोड़ती चली जा रही है. बल्कि, देश के अन्य प्रमुख धार्मिक स्थलों और पर्यटन स्थलों का भी रिकॉर्ड तोड़ रही है. कोविड के पहले जहां वर्ष 2019 में काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या महज 68 लाख थी तो कोविड के दौरान वर्ष 2020 में 10 लाख ही सिमटकर रह गई थी. वहीं, 13 दिसंबर 2021 में विश्वनाथ धाम के हुए लोकार्पण के बाद से लगातार श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती चली जा रही है. काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि 13 दिसंबर 2021 से लेकर इस वर्ष 13 दिसंबर 2024 पूर्ण होने पर कुल 19 करोड़ 12 लाख 83 हजार 57 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं.
उन्होंने बताया इसके अलावा विश्वनाथ धाम की ओर से चलाई जाने वाली कल्याणकारी योजनाओं में वेदपाठी छात्रों को भोजन उपलब्ध कराया जाता है. साथ ही, छात्रों को वस्त्र देना, पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध कराना, वाराणसी के विभिन्न अस्पतालों में भोजन भी विश्वनाथ धाम से बनवाकर तीमारदारों और मरीजों को भिजवाना भी होता है. उन्होंने ये भी बताया कि सामाजिक कल्याण और सनातन धर्म को पुष्ट करने वाले प्रकल्प कराए जा रहे हैं. जैसे- बनारस के लोक कलाकारों और सनातन कलाकारों का भी लगातार संवर्धन किया जा रहा है. कला संस्कृति और धर्म का एक मंच निरंतर जागृत है.
धाम में लगाए गए एलईडी टीवी
जगह-जगह धाम में एलईडी टीवी लगाई गई है. जिसके माध्यम से लाइव दर्शन भी उपलब्ध होता है और सनातन धर्म से संबंधित विशिष्ट संदेशों का प्रसारण भी किया जाता है. भविष्य में हमारी योजना है कि इनको और भी ज्यादा स्केल अप किया जाए. वहीं विश्वनाथ धाम आने वाले श्रद्धालु भी धाम की व्यवस्था और सुविधाओं से काफी संतुष्ट नजर आए. हालांकि, बढ़ती भीड़ की वजह से श्रद्धालुओं को बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए काफी इंतजार भी करना पड़ रहा है.