नई दिल्ली। साल 2019 में 300 से ज्यादा लोकसभा सीटों पर EVM यानी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के जरिए हुए गलत मतगणना के दावे को ECI ने फर्जी करार दिया है। भारत निर्वाचन आयोग का कहना है कि कुल मतदाताओं और डाले गए मतों की संख्या में कोई बेमेल नहीं है। एक वायरल वीडियो में दावा किया जा रहा था कि कई सीटों पर मतों और मतदाताओं की संख्या में अंतर पाया गया था।
वायरल वीडियो में क्या
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर शेयर किए जा रहे हैं वीडियो में नजर आ रहा शख्स दावा कर रहा है, ‘543 में 373 लोकसभा में जितने लोगों ने वोट डाले उससे ज्यादा वोट निकले। सबूत के साथ कह रहा हूं कि 373 लोकसभा में घोटाला हुआ।’ इस दौरान शख्स यह भी दावा कर रहा है कि मतदाताओं और मतों की बेमेल संख्या को लेकर चुनाव आयोग ने ‘लिखकर’ भी दिया है।
वीडियो में नजर आ रहा शख्स दावा कर रहा है कि साल 2019 लोकसभा चुनाव में वाराणसी सीट पर 11 लाख लोगों ने वोट डाले। वह दावा कर रहे हैं कि ईवीएम से 12 लाख 87 हजार वोट निकले।
क्या है सच्चाई
चुनाव आयोग का कहना है, ‘लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान वाराणसी सीट में ईवीएम में मतदाताओं और मतों की संख्या में मेल नहीं होने का झूठा दावा किया गया है।’ आयोग ने कहा, ‘यह दावा झूठा है। वाराणसी सीट पर मतदाता 18 लाख 56 हजार 791 थे। कुल डाले गए वोट और ईवीएम से निकले वोट 10 लाख 58 हजार 744 थे। पोस्टल वोट 2085 थे।’
आयोग ने दूसरे दावे को भी फर्जी करार दिया है, जिसमें ECI के पत्र के हवाले से कहा जा रहा था कि 373 सीटों पर ईवीएम में कुल मतदाताओं और मतों की संख्या मेल नहीं खा रही हैं। आयोग ने कहा, ‘दावा गुमराह करने वाला है, झूठा और निराधार है। चुनाव आयोग ने ऐसा कोई भी पत्र जारी नहीं किया है। संख्या बेमेल नहीं थी।’