नई दिल्ली : भारत में सदियों से धातु की बर्तन में पानी पीने का रिवाज है। पुराने समय के लोग चांदी और तांबे के बर्तन में पानी पीते थे, लेकिन आज के समय में इसका चलन काफी कम हो गया है। ऑफिस हो या पार्क लोग कहीं पर भी प्लास्टिक की बोतल में पानी पीते हैं। हालांकि, कई ऐसे लोग भी हैं, जो पानी पीने के लिए हर समय तांबे का बोतल या फिर ग्लास का प्रयोग करते हैं।
सेहत के लिए फायदेमंद होता है तांबे के पात्र का पानी
तांबे के बर्तन में पानी पीना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। आयुर्वेद में भी पानी पीना स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छा माना गया है। तांबे का पात्र एंटी-बैक्टीरियल जैसे कई गुणों से भरपूर होता है, जो हानिकारक बैक्टीरिया को मारने में मददगार साबित होता है। आज कल इसमें पानी पीने का चलन काफी बढ़ गया है। ऐसे में क्या आप जानते हैं कि तांबे के पात्र में पानी पीना कई बार हानिकारक भी साबित हो सकता है।
क्या है इसका लाभ?
तांबे के पात्र में पानी पीने से डाइजेशन ठीक रहता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल तत्व पाए जाते हैं, जो एसिडिटी और अपच जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में मददगार होते हैं। तांबे के बर्तन में पानी पीने से बालों और त्वचा को भी फायदा पहुंचाता है।
- एंटी-ऑक्सीडेंट्स से होता है भरपूर
- स्किन के लिए होता है फायदेमंद
- शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है
- वजन को कम करने में करता है मदद
- कब्ज की परेशानी को दूर करने में होता है मददगार
कौन से लोग नहीं पीएं तांबे के पात्र का पानी
तांबे के पात्र का पानी आम तौर पर फायदेमंद होता है, लेकिन कई लोगों के लिए यह परेशानी का सबब बन सकता है। स्तनपान कराने वाली और गर्भवती महिलाओं को इसका पानी नहीं पीना चाहिए। ऐसे लोगों को इसके पानी से दूर रहना चाहिए, जिन्हें दस्त, उल्टी, गैस, सिरदर्द की समस्या से जूझ रहे लोगों को इसका पानी नहीं पीना चाहिए।