भाजपा ने मिशन 2024 की तैयारियों तेज कर दी हैं और इसके लिए केंद्रीय मंत्रियों तक को टास्क दिया गया है। कुल 144 सीटें ऐसी चुनी गई हैं, जहां पहले भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था। अब पार्टी की रणनीति है कि इन सभी सीटों को साधकर 350 के आंकड़े को 2024 में पार कर लिया जाए। हालांकि इस बीच होम मिनिस्टर अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने समीक्षा बैठक की है और मंत्रियों के लोकसभा क्षेत्रों में दौरे न करने पर नाराजगी जाहिर की है। इन मंत्रियों को टारगेट दिया था कि वे लोकसभा क्षेत्रों में जाएं और संगठन को मजबूत करने का प्रयास करें।
भाजपा सूत्रों के मुताबिक मीटिंग में अमित शाह ने मंत्रियों से कहा, ‘हम यहां पर संगठन की वजह से ही हैं। यह सरकार इसीलिए है क्योंकि संगठन है। संगठन को हमेशा प्राथमिकता देनी चाहिए।’ यही नहीं उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी बेहद लोकप्रिय हैं। कोई भी पीएम मोदी के नाम पर जीत सकता है। लेकिन जमीन पर यदि संगठन नहीं होगा तो फिर हम उसका फायदा नहीं ले पाएंगे। अमित शाह ने कहा, ‘हमें पिछली बार से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल करनी होगी। 2019 में हम उन 30 फीसदी सीटों पर जीत हासिल की थी, जिन पर 2014 में हार का सामना करना पड़ा था। अब हमें 2024 में उन 50 फीसदी सीटों पर जीत हासिल करनी होगी, जिन पर 2019 में हार मिली थी।’
मिशन 144 से 350 का लक्ष्य पाने की कोशिश
बता दें कि भाजपा ने 2024 में 350 सीटों पर जीत हासिल करने का लक्ष्य रखा है। उसके लिए पार्टी ने 20 महीने पहले से ही तैयारियां करनी शुरू कर दी हैं। इस बार भाजपा ने उन 144 सीटों पर जीत हासिल करने का लक्ष्य तय किया है, जिन पर उसे मामूली अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। भाजपा की रणनीति है कि इन 144 सीटों में से कम से कम आधी यानी करीब 70 सीटों पर कब्जा जमा लिया जाए। बता दें कि भाजपा ने 2019 के आम चुनाव में अकेले ही 303 सीटों पर विजय हासिल की थी। बीते कई दशकों में ऐसा पहली बार हुआ था, जब किसी दल ने अपने दम पर बहुमत हासिल किया था।
शाह ने दिया फॉर्मूला, मजबूत संगठन और PM मोदी का करिश्मा
भाजपा ने पिछली बार हारी 144 सीटों पर मंत्रियों को तैनात किया है और जीत का टारगेट दिया है। इन मंत्रियों से कहा है कि वे वेलफेयर स्कीमों के स्टेटस के बारे में जानकारी हासिल करें। इस जानकारी सरल पोर्टल पर अपडेट किया जाना है। मंत्रियों से कहा गया है कि जिन क्षेत्रों का उन्हें जिम्मा दिया गया है, वहां लगातार दौरे करते रहें। इसके अलावा उन्हें आदेश दिया गया है कि वे सरकार और संगठन के कामकाज का समय तय कर लें। अमित शाह ने बैठक के दौरान जीत का फार्मूला देते हुए कहा कि मजबूत संगठन और पीएम नरेंद्र मोदी का करिश्मा 2024 में बड़ी जीत दिला सकता है।