मॉस्को: वैगनर समूह के विद्रोह के कारण रूस को भारी-भरकम नुकसान उठाना पड़ा है। खुद राष्ट्रपति व्यादिमीर पुतिन ने कहा था कि वैगनर लड़ाकों के साथ लड़ाई के दौरान रूसी पायलट मारे गए थे। ऐसा माना जा रहा है कि इस दौरान हुई झड़पों में रूसी वायु सेना के कई विमान भी नष्ट हो गए थे। वैगनर के साथ झड़पों के दौरान रूसी विमानों को मार गिराने के कई वीडियो फुटेज भी सोशल मीडिया पर शेयर किए गए थे, हालांकि उनकी सत्यता की पुष्टि नहीं सकी थी। रूस ने वैगनर समूह के प्रमुख येवगेनी प्रिझोगिन के खिलाफ देशद्रोह और हथियारबंद क्रांति का आह्वान करने का केस दर्ज किया था, लेकिन बेलारूसी राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंको की मध्यस्थता पर सभी मामले वापस ले लिए थे। इसके बाद प्रिझोगिन को रूस छोड़कर बेलारूस जाना पड़ा था।
वैगनर के विद्रोह से रूस को भारी नुकसान
बीबीसी ने रूस को हुए नुकसान की पड़ताल करते हुए कहा है कि पुतिन ने 26 जून को एक बयान में शहीद हुए पायलटों का उल्लेख किया है। हालांकि उन्होंने हताहतों की संख्या या खोए हुए विमानों की संख्या के बारे में विस्तार से नहीं बताया। वैगनर समूह के बॉस येवगेनी प्रिगोझिन ने कहा कि उनकी सेना ने रूसी विमानों पर हमला किया था जो मॉस्को की ओर बढ़ने से रोकने के लिए बम गिरा रहे थे और रॉकेट हमले कर रहे थे। उन्होंने रूसी विमानों को मार गिराने पर खेद व्यक्त किया।
वैगनर ने छह हेलीकॉप्टर और एक विमान को मार गिराया
यूक्रेनी अधिकारियों का दावा है कि वैगनर बलों ने शनिवार को अपने अल्पकालिक विद्रोह के दौरान छह रूसी हेलीकॉप्टर और एक विमान को नष्ट कर दिया। सैन्य ब्लॉगर्स के बीच लोकप्रिय मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम पर कुछ चैनलों ने नुकसान के बारे में इसी तरह के दावे किए हैं। बीबीसी वेरिफाई ने वैगनर सैनिकों और रूसी सेना के बीच लड़ाई के दौरान लिए गए दर्जनों वीडियो देखे हैं। इस बात की पुष्टि हो गई है कि कांतिमिरोव्का शहर के पास वैगनर लड़ाकों ने रूस के एक सैन्य विमान को मार गिराया गया था।
विमान की आईएल-22एम के तौर पर हुई पहचान
इसे विभिन्न सोशल मीडिया चैनलों पर इलुशिन आईएल-22 के रूप में व्यापक रूप से रिपोर्ट किया गया था। यह रूसी सेना का सबसे कीमती विमानों में से एक है। इस विमान के मलबे की तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई थीं। उससे पता चला कि गिराया गया विमान आईएल-22एम है, जो आईएल-22 का अपग्रेडेड वेरिएंट माना जाता है। इस विमान के एक हिस्से पर रूसी वायु सेना लिखा हुआ दिखाई देता है। यह एक एयरबोर्न कमांड पोस्ट है, जहां से युद्ध के दौरान सैनिकों को नियंत्रित किया जा सकता है। यह मुख्य कमांड सेंटरों को अग्रिम पंक्ति से दूर ज़मीन पर मौजूद सैनिकों से जोड़ने का काम करता है।
रूस के कई हेलीकॉप्टर भी तबाह
बीबीसी रशियन का कहना है कि सोशल मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुल छह हेलीकॉप्टर भी गिराए गए, जिनमें दो लड़ाकू हेलीकॉप्टर, तीन इलेक्ट्रॉनिक युद्ध के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले और एक परिवहन हेलीकॉप्टर शामिल हैं। बीबीसी वेरिफाई ने एक वीडियो की पुष्टि की है जिसमें पावलोस्क के पास एक दुर्घटनाग्रस्त रूसी हेलीकॉप्टर दिखाया गया है। मलबे की अन्य तस्वीरों से ब्लेड के आकार के कारण पता चलता है कि यह एक एमआई-8 हेलीकॉप्टर था। यह विमान अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम से लैस था, जिन्हें जमीन और हवा के रडार, वायु रक्षा प्रणालियों और विमान भेदी हथियारों से लड़ने के लिए डिजाइन किया गया है। इसके अलावा, ऐसे हेलीकॉप्टर इलेक्ट्रॉनिक खुफिया जानकारी एकत्र करते हैं।
विद्रोह में कितने लोगों की हुई मौत
क्रेमलिन ने इसकी पुष्टि नहीं की है कि विद्रोह में कितने कर्मी मारे गए। वहीं, प्रिगोझिन ने कहा कि वैगनर का कोई लड़ाका नहीं मरा, लेकिन कई लोग घायल हो गए। सोशल मीडिया पर दूसरे हेलीकॉप्टर के मलबे की तस्वीरें भी शेयर की जा रही है। इसकी पहचान केए-52 हेलीकॉप्टर के तौर पर हुई है। केए-52 रूसी सेना के हमलावर हेलीकॉप्टरों में से एक है। यह तय नहीं हो सका है कि मलबे की तस्वीरें कहां ली गई थी। वैगनर समूह के विद्रोह के दौरान वोरोनिश क्षेत्र में केए-52 हेलीकॉप्टर को उड़ान भरते हुए देखा गया था।