नई दिल्ली: श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने शुक्रवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ सितंबर में दो मैच की टेस्ट सीरीज के कार्यक्रम का ऐलान कर दिया। सीरीज के कोलंबो में खेले जाने वाले सीरीज के पहले टेस्ट मैच में रेस्ट डे का प्रावधान किया गया है। 23 साल लंबे अंतराल के बाद टेस्ट क्रिकेट में रेस्ट डे की वापसी हुई है। श्रीलंका-न्यूजीलैंड के बीच खेले जाने वाले पहले टेस्ट मैच में रेस्ट डे चुनाव की वजह से दिया गया है।
सीरीज का पहले टेस्ट मैच 18 से 23 सितंबर के बीच गॉल में खेला जाएगा। वहीं दूसरा टेस्ट 26 से 30 सितंबर के बीच इसी मैदान पर खेला जाएगा। 18 सितंबर से खेला जाने वाला पहला टेस्ट छह दिन के अंतराल में खेला जाएगा। 21 सिंतबर का दिन रेस्ट डे होगा, इस दिन श्रीलंका में राष्ट्रपति चुनाव होगा। 23 साल लंबे अंतराल के श्रीलंका में खेले जाने वाले किसी टेस्ट में रेस्ट डे का प्रावधान किया गया है। इससे पहले साल 2001 में श्रीलंका और जिंबाब्वे के बीच टेस्ट मैच छह दिन के अंतराल में खेला गया था। उस मैच में भी पोया डे(पूर्णिमा) को रेस्ट डे रखा गया था।
क्या होता है रेस्ट डे?
19वीं-20वीं शताब्दी में रेस्ट डे टेस्ट क्रिकेट का नियमित हिस्सा था। इंग्लैंड में खेले जाने वाले कई टेस्ट मैच 6 दिन के अंतराल में संपन्न होते थे। रविवार के दिन टेस्ट मैच में रेस्ट डे होता था, इस दिन मैच नहीं खेला जाता था। रेस्ट डे का सीधा सा मतलब होता है छुट्टी का दिन आम तौर पर इंग्लैंड में रविवार को चर्च जाने के लिए ऐसा प्रावधान किया जाता था।
15 साल बाद हुई रेस्ट डे की वापसी
टेस्ट इतिहास में आखिरी बार रेस्ट डे साल 2008 में श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच खेले ढाका में खेले गए टेस्ट मैच में देखा गया था। 29 दिसंबर 2008 को बांग्लादेश में संसदीय चुनाव के मद्देनजर रेस्ट डे टेस्ट मैच में रखा गया था।