नई दिल्ली: महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के नतीजे आ रहे हैं. अभी तक के शुरूआती रूझानों में यहां भाजपा और शिंदे गुट की शिवसेना को बढ़त मिली है. कुल मिलाकर महायुति की सरकार बनती नजर आ रही है, लेकिन इस विधानसभा चुनाव में कई परिवारों का राजनीतिक रसूख भी दांव पर लगा है.
सबसे पहले बात ठाकरे परिवार की. इस बार इस परिवार से दो युवा चुनाव मैदान में ताल ठोंक रहे हैं. उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे पिछले चुनाव में वर्ष 2019 में वर्ली विधानसभा सीट से वह पहली बार विधायक बने थे. अब दूसरी बार वह इस सीट से अपनी किस्तम आजमा रहे हैं. उनका मुकाबला दिग्गज नेता मिलिंद देवड़ा से है. उन्हें शिवसेना प्रत्याशी मिलिंद देवड़ा से कड़ी टक्कर मिल रही है. अब तक के रूझानों में दोनों के बीच का अंतर 500 से 1000 वोटों का है.
इसी तरह उद्धव ठाकरे के चचेरे भाई राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे)भी इस बार अपना दांव खेला है और चुनाव लड़ रही है. यहां तक की इस बार राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे भी चुनाव मैदान में हैं. वह महिम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. यहां पर भाजपा उनका समर्थन कर रही है, लेकिन शिवसेना शिंदे गुट ने उनके खिलाफ प्रत्याशी उतारा है. महिम सीट पर उद्धव ठाकरे की शिवसेना के प्रत्याशी महेश बलिराम सावंत लीड कर रहे हैं वहीं दूसरे नंबर पर शिंदे गुट के सादा सरवंकर हैं वहीं अमित राज ठाकरे तीसरे नंबर पर चल रहे हैं.
पवार परिवार से कौन कौन उम्मीदवार
पवार परिवार को महाराष्ट्र की राजनीति की एक दूसरी धुरी माना जाता है, लेकिन पवार फैमिली भी दो हिस्से में बंटी हुई है. एक ओर अजित पवार महायुति के साथ हैं, तो शरद पवार कांग्रेस गठबंधन महा विकास अघाडी के साथ हैं. इससे भी दिलचस्प बात यह है कि बारामती सीट पर अजित पवार के सामने उनके ही भतीजे युगेन्द्र पवार हैं. वह शरद पवार की पार्टी से प्रत्याशी हैं. बारामती विधानसभा सीट पर अजीत पवार 91228 वोट पाकर सबसे आगे हैं युगेन्द्र पवार को 41768 वोट पाकर दूसरे नंबर पर हैं.इधर करजत जामखेड़ सीट से शरद पवार के पोते राजेन्द्र पवार मैदान में हैं. वह यहां से वर्तमान में विधायक हैं और दूसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं. उनके सामने बीजेपी के पूर्व मंत्री राम शिंदे हैं. करजत जामखेड़ सीट से राजेन्द्र पवार को कडी टक्कर मिल रही है. वह महज दो हजार वोटों से आगे चल रहे हैं.
मुंडे परिवार से धनंजय मैदान में
महाराष्ट्र की सियासत में भाजपा के दिग्गज नेता गोपीनाथ मुंडे परिवार का दबदबा माना जाता है. गोपीनाथ मुंडे की गिनती भाजपा के बड़े नेताओं में होती थी. वह केंद्र सरकार में मंत्री भी रहे और उन्हें सीएम का दावेदार भी माना जाता था. गोपीनाथ मुंडे की बेटी पंकजा मुंडे भी मंत्री रहीं, हालांकि लोकसभा चुनाव में वह गोपीनाथ मुंडे की सीट बीड से हार गईं. इस बार विधानसभा चुनाव में पंकजा मुंडे के चचेरे भाई धनंजय मुंडे चुनाव मैदान में हैं. वह परली विधानसभा से एनसीपी (एपी) के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. परली विधानसभा सीट पर धनंजय मुंडे 35000 वोटों से आगे चल रहे हैं.