पश्चिम बंगाल मध्य शिक्षा परिषद के टेस्ट पेपर में ‘आजाद कश्मीर‘ पर सवाल पर विवाद अभी खत्म नहीं हुआ था. ऑल बंगाल टीचर्स एसोसिएशन (एबीटीए) द्वारा प्रकाशित टेस्ट पत्र में इसी तरह के प्रश्न के आने के बाद राज्य में एक नया विवाद शुरू हो गया है. अब इस विवाद पर बंगाल बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधा है. राहुल सिन्हा ने ममता बनर्जी की सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में क्या पाकिस्तान समर्थित सरकार चल रही है ? राज्य की स्थित बहुत निराशाजनक है और यह दुखद घटना है.
बता दें कि पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा परिषद आधिकारिक रूप से हर साल टेस्ट पेपर का संकलन जारी करता है, जिसमें कुछ प्रमुख स्कूलों के कक्षा 10 की अंतिम परीक्षा परीक्षा (प्री-बोर्ड) के प्रश्न होते हैं और कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षाओं में बैठने वाले उम्मीदवारों के लिए एक गाइड के रूप में कार्य करता है. एबीटीए भी एक टेस्ट पेपर जारी करता है. उसी में यह सवाल पूछे गये हैं.
बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने कहा, “पश्चिम बंगाल सरकार के टेस्ट पेपर के बाद एबीटीए के टेस्ट पेपर में भी आजाद कश्मीर की बात दोहराई गई है. पश्चिम बंगाल में क्या एक आतंकवाद समर्थित सरकार चल रही है? क्या बंगाल में पाकिस्तान समर्थित सरकार चल रही है? पाकिस्तान जिस भाषा से आजाद कश्मीर की बात कहता है. आज शिक्षा क्षेत्र में माध्यमिक टेस्ट पेपर में भी उसी का उल्लेख है. जो हो रहा है यह दुर्भाग्यपूर्ण है. जो इसके दोषी है. उन्हें कड़ी सजा दें. आगे ऐसी घटना नहीं घटे. सरकार इसे सुनिश्चत करे. ”
‘आजाद कश्मीर’ के सवाल पर मचा सियासी घमासान
बता दें कि पिछले हफ्ते माध्यमिक शिक्षा परिषद के टेस्ट पेपर में एक प्रश्न का पता चलने के बाद इस मुद्दे पर बड़ा राजनीतिक हंगामा हुआ था, जहां छात्रों को मानचित्र पर “आजाद कश्मीर” के स्थान को इंगित करने के लिए कहा गया था. अब एबीटीए के सवाल को लेकर एक नया बवाल शुरू हो गया है. इसके द्वारा जारी एक प्रश्न पत्र में छात्रों से “आजाद कश्मीर” का एक नोट लिखने को कहा जाता है. इस बीच, टेस्ट पेपर में प्रश्न पर विवाद केंद्रीय स्तर पर पहुंच गया है. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने राज्य शिक्षा विभाग को एक विज्ञप्ति भेजकर इस मामले में व्याख्यात्मक टिप्पणी मांगी है. मामले की गंभीरता को भांपते हुए राज्य शिक्षा विभाग ने मामले की आंतरिक जांच शुरू कर दी है. सूत्रों ने कहा कि डब्ल्यूबीबीएसई द्वारा इस मामले में कुल नौ शिक्षकों की पहचान की गई है और उन्हें आगाह किया गया है.