विश्व क्रिकेट में ऐसा मामला शायद ही कभी हुआ हो जब एक खिलाड़ी हफ्ते भर के भीतर फिट होकर टीम में वापस आया हो फिर बगैर खेले अनफिट होकर टीम से बाहर हो गया हो. ये कहानी है जसप्रीत बुमराह की. तारीख 3 जनवरी 2023, समय दोपहर 3 बजकर 6 मिनट. बीसीसीआई की तरफ से एक ईमेल आया था. इस इमेल में ये जानकारी दी गई थी कि तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह अब फिट हैं और वनडे टीम के साथ जुड़ रहे हैं. 3 तारीख से ही भारत और श्रीलंका के बीच तीन टी-20 मैच की सीरीज भी शुरू हो रही थी. इसके बाद दोनों टीम के बीच वनडे सीरीज 10 तारीख से शुरू होनी थी. ऐसे में बुमराह की वापसी अहम थी. यहां ये भी ध्यान में रखना चाहिए इसी साल 50 ओवर का वर्ल्ड कप भी खेला जाना है. वर्ल्ड कप की मेजबानी भारत को ही करनी है. इन परिस्थितियों में जसप्रीत बुमराह की वापसी की खबर और अहम हो गई थी. लेकिन हफ्ते भर में ही मामले ने यू-टर्न ले लिया है.
आज दोपहर करीब साढ़े तीन बजे एक बार फिर बोर्ड की तरफ से ईमेल आया कि जसप्रीत बुमराह वनडे सीरीज से बाहर हो गए हैं. मेल में कहा गया कि ये फैसला एहतियातन लिया गया है क्योंकि बुमराह को अभी अपनी गेंदबाजी में और ‘रिदम’ में आना है. इससे पहले ये खबर आई थी कि बुमराह टीम के साथ गुवाहाटी पहुंचे ही नहीं थे. उन्हें टीम के बाकी खिलाड़ियों के साथ नहीं देखा गया था. ऐसे में बीसीसीआई पर भी दबाव था कि वो हालात को साफ करे.
हालिया घटनाक्रम को समझना जरूरी है
बुमराह के मामले को थोड़ा फ्लैशबैक में ले चलते हैं. पिछले साल सितंबर की बात है. बुमराह ने 25 सितंबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी टी-20 मैच खेला था. उस मैच में उन्होंने 4 ओवर में 50 रन दिए थे. इस मैच में उन्हें दिक्कत हुई. फिटनेस की समस्या एक बार फिर सामने आई. जल्दी ही 30 सितंबर को बीसीसीआई की तरफ से ईमेल भेजकर बुमराह की जगह मोहम्मद सिराज को टीम में जगह मिलने की बात कह दी गई. पहले-पहल अधिकारिक तौर पर ये कहा गया कि वो दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में टीम का हिस्सा नहीं होंगे लेकिन अभी बुमराह टी-20 विश्व कप की रेस से बाहर नहीं हैं. लेकिन उसी वक्त कहानी साफ हो चुकी थी. आखिरकार 3 अक्टूबर को बीसीसीआई का एक और ईमेल आया कि बुमराह टी-20 विश्व कप से बाहर हो गए हैं. ये सारी किचकिच तब हुई जब जुलाई से लेकर सितंबर के बीच बुमराह ने लगभग दो महीने आराम लिया था. उस आराम के बाद वो टीम में कैसे आए और फिर कैसे बाहर चले गए? ये प्रश्न ज्यादा ना उछले इसलिए बीसीसीआई पूरे मामले को गोलमोल करती रही.
हाफ फिट खिलाड़ी पर रोहित ने किया बवाल
इसके बाद भारतीय टीम का टी-20 अभियान ‘डीरेल’ हो गया. भारतीय टीम का आईसीसी ट्रॉफी जीतने का इंतजार कायम रहा. इसके बाद भारतीय टीम बांग्लादेश में वनडे सीरीज खेलने गई. वहां उसे हार का सामना करना पड़ा. इस हार के बाद ही कप्तान रोहित शर्मा ने साफ तौर पर कह दिया कि हाफ फिट खिलाड़ी देश के लिए खेल रहे हैं. उन्होंने साफ शब्दों में कहाकि- ये एक ऐसा मामला है जिसे हमें देखना होगा. हमें एनसीए के साथ बैठकर चर्चा करनी होगी. हम टीम में हाफ फिट खिलाड़ियों को ‘अफोर्ड’ नहीं कर सकते. देश की नुमाइंदगी करना गर्व की बात है और अगर कोई पूरी तरह फिट हुए बगैर खेल रहा है तो ये आदर्श स्थिति नहीं हैं.
अब नए डेवलपमेंट से फिर हुई एनसीए की किरकिरी
अब सवाल ये है कि अगर बुमराह गेंदबाजी के लिए तैयार नहीं तो उन्हें 3 तारीख को टीम में जगह कैसे मिल गई थी? उन्हें फिटनेस सर्टिफिकेट किसने दिया था? क्या रोहित शर्मा ने इस संदर्भ में किसी तरह की कोई आपत्ति की जिसके बाद सेलेक्टर्स को ये फैसला लेना पड़ा? कुल मिलाकर कहानी ये है कि अगर 3 जनवरी को कोई खिलाड़ी बीच सीरीज में टीम में जगह पाता है और 9 जनवरी को वो वापस बाहर हो जाता है तो पूरे के पूरे एनसीए पर सवाल खड़े होते हैं. 22 साल पहले जिस संस्था को बड़े विजन के साथ गठित किया गया आज उसकी साख पर एक खिलाड़ी की फिटनेस बट्टा लगा रही है. कहीं ना कहीं कुछ गड़बड़ जरूर है.