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कब है वटसावित्री व्रत, जानें पूजा विधि और शुभ मुहूर्त!

Jitendra Kumar by Jitendra Kumar
19/05/22
in कला संस्कृति, धर्म दर्शन, शुभ मुहूर्त
कब है वटसावित्री व्रत, जानें पूजा विधि और शुभ मुहूर्त!
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वट सावित्री का व्रत सुहागिनों का व्रत है जिसे सुहागन महिलाएं बड़ी ही आस्था और श्रद्धा से रखती हैं। इस व्रत के नाम से स्पष्ट है कि इस व्रत में वट वृक्ष की पूजा की जाती है। और सुहागन महिलाएं सती सावित्री की तरह पति की लंबी आयु की कामना करती हैं और अकाल मृत्यु से उनकी रक्षा के लिए व्रत रखती हैं।

वट सावित्री व्रत को लेकर दो मत

वट सावित्री व्रत किस दिन करना चाहिए इस विषय में दो तरह के मत मिलते हैं। स्कंद पुराण और भविष्योत्तर पुराण के अनुसार ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा को वट सावित्री का व्रत करना चाहिए। महाराष्ट्र सहित देश के कुछ भागों में महिलाएं इसी दिन वट सावित्री का व्रत रखती हैं। निर्णयामृत आदि के अनुसार ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को वट सावित्री का व्रत रखना चाहिए। इसी मत के अनुसार बिहार, बंगाल, उड़ीसा, उत्तर प्रदेश में इस व्रत को महिलाएं ज्येष्ठ मास की अमावस्या को वट सावित्री व्रत रखती हैं।

इस साल ज्येष्ठ मास की अमावस्या को किए जाने वाले वट सावित्री व्रत की तिथि को लेकर थोड़ी उलझन की स्थिति है। दरअसल कुछ पंचांगों में वट सावित्री की तारीख 29 मई बतायी गई है जबकि कुछ में 30 मई को सोमवती अमावस्या के साथ वट सावित्री का व्रत किया जाएगा ऐसा बताया गया है।

29 मई को इस समय से लग रही है अमावस्या तिथि

दरअसल यह उलझन इसलिए है क्योंकि 29 मई को अमावस्या तिथि दोपहर में 2 बजकर 56 मिनट से लग रही है और यह 30 मई को शाम में 5 बजे समाप्त हो जा रही है। कुछ शास्त्रकारों का मत है कि जिस दिन चतुर्दशी वृद्धा अमावस्या हो उसी दिन वट सावित्री का व्रत करना चाहिए। अगर उस दिन अमावस्या तिथि कम से कम तीन मुहूर्त की हो। इस बार ऐसा ही संयोग बना है।

सूर्योदय काल में लग रही है अमावस्या तिथि

लेकिन सामान्य मत यह है कि जिस दिन सूर्योदय काल में अमावस्या तिथि लग रही है उसी दिन वट सावित्री का व्रत रखना चाहिए। इस मत के अनुसार ही अबकी बार वट सावित्री का व्रत किया जाना सभी तरह से शुभ रहेगा। 30 मई सोमवार को वट सावित्री का व्रत होने से सुहागनों के लिए यह व्रत सोने पर सुहागा की तरह होगा क्योंकि सोमवती अमावस्या भी सुहाग और सुहागनों के लिए बहुत ही उत्तम व्रत कहा गया है।

वट सावित्री व्रत पूजा का उत्तम समय 30 मई 2022

सुबह 5 बजकर 25 मिनट से 7 बजकर 9 मिनट तक अमृत चौघड़िया
सुबह 8 बजकर 52 मिनट से 10 बजकर 36 मिनट तक शुभ चौघड़िया
दोपहर में 11 बजकर 55 मिनट से 12 बजकर 50 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त

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