भोपालः जब से लोकसभा चुनावों की घोषणा हुई है उसके बाद से सरकारी काम काज में सुस्ती आ गई है। नागरिक किसी भी काम से जैसे ही सरकारी दफ्तर जाते हैं, अधिकांश अधिकारी यह कहकर काम टाल देते हैं कि ‘आचार संहिता चल रही है। काम अभी नहीं होगा।’ ऐसे में जनता के मन में सवाल उठ रहे हैं कि प्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों पर मतदान पूर्ण हो चुका है। फिर यह आचार संहिता क्यों नहीं हट रही।
दरअसल, शांतिपूर्ण तरीके से मतदान कराने के लिए चुनाव तारीख का ऐलान होने ही आचार संहिता लागू हो जाती है। इसके साथ ही यह चुनाव के परिणाम आने के दो दिन बाद हट जाती है। लेकिन ऐसा भी नहीं है कि आचार संहिता की आड़ में नागरिकों के सभी कार्य बंद हो जाएं। सभी कार्य सुचारू रूप से चलते रहते हैं। लेकिन कोई नए कार्य जिससे चुनाव प्रभावित हो, वह नहीं हो पाते हैं।
एमपी की सभी 29 सीटों पर पूरे हुए मतदान
मध्यप्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों के लिए चार चरणों में मतदान की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। लेकिन चुनाव के परिणाम 4 जून को आएंगे। आचार संहिता तो 6 जून तक लागू रहेगी। तब तक मध्य प्रदेश सरकार जनहित से जुड़े कार्य शुरू कर सकती है, लेकिन इसके लिए निर्वाचन आयोग की अनुमति लेना अनिवार्य होगा। जिलों में जनसुनवाई शुरू हो जाएगी, लेकिन प्रदेश सरकार कैबिनेट बैठक नहीं कर पाएगी।
आचार संहिता के बीच ये काम होंगे शुरू
6 जून तक चेक पोस्ट पर चेकिंग जारी रहेगी। अब नए निर्माण कार्य भी शुरू किए जा सकते हैं लेकिन इनकी जानकारी चुनाव आयोग को देनी होगी। सड़कों का पुनर्निर्माण, रखरखाव और नई सड़कों को बनाने का काम शुरू किये जा सकेंगे। इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के अंतर्गत सड़क, बिजली, पानी और सुरक्षा संबंधी मामलों में विभाग प्रमुख बैठकें हो सकेंगी। लेकिन कोई भी नीतिगत फैसले नहीं लिये जा सकेंगे। सरकारी कर्मचारी अब अनुमति लेकर अवकाश ले सकेंगे, लेकिन उनका ट्रांसफर नहीं हो सकेगा।