नई दिल्ली: SC-ST आरक्षण को लेकर बुधवार को भारत बंद का आह्वान किया गया. आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति की ओर से बुलाए गए इस बंद का कई पार्टियों ने समर्थन किया है. बिहार समेत कई राज्यों में सार्वजनिक परिवहन सेवाओं पर इसका असर देखने को मिला. देश के सबसे बड़े सूबे यूपी में खास असर नहीं दिखा.
भारत बंद का असर
SC-ST आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के विरोध में दलित संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है. कोर्ट के फैसले के खिलाफ आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति ने आज भारत बंद बुलाया. कई दलित संगठनों ने इसका समर्थन किया है. आरक्षण मुद्दे पर बुलाए गए “भारत बंद” को समाजवादी पार्टी का भरपूर समर्थन है. समाजवादी पार्टी के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं, संगठन और नेताओं ने इसमें हिस्सा लिया. बहुजन समाज पार्टी का भी भारत बंद को समर्थन मिला है. बीएसपी की ओर से सभी छोटे-बड़े कार्यकर्ताओं से भारत बंद में शामिल होने की अपील की गई. इसके अलावा भी कई और पार्टियों ने इस बंद का समर्थन किया.
भारत बंद का बिहार में असर देखने को मिला. राज्य में कई जगह प्रदर्शन हुए. आगजनी की भी घटनाएं देखने को मिलीं. इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया.उत्तर प्रदेश में इसका मामूली असर रहा. ज्यादातर दुकानें खुली रहीं. राज्य में बसपा और सपा ने बंद का समर्थन किया. पंजाब और हरियाणा में कोई खास असर नहीं दिखा. हालांकि कुछ स्थानों पर प्रदर्शन हुए.
गोपालगंज में उपद्रव, महिला के साथ बर्बरता
बिहार के गोपालगंज में भारत बंद के दौरान प्रदर्शन से जुड़ीं कई तस्वीरें सामने आई हैं. इनमें आमजन, स्कूली बच्चों से लेकर पुलिस प्रशासन को मशक्कत का सामना करते देखा जा सकता है. अंबेडकर चौक के पास डायल-112 की गाड़ी को रोककर वापस कर दिया गया. यही नहीं अरार मोड़ के पास खूब उपद्रव हुआ. यहां छात्रों को रोका गया. उनकी बसों को वापस कर दिया गया. एक तरफ एंबुलेंस और दूसरी तरफ छोटे-छोटे बच्चों से भरी बस को रोक दिया गया. इसमें बस के नीचे आग जल रही थी. गनीमत रही कि बड़ा हादसा नहीं हुआ. वहीं, बाइक पर बैठी एक महिला के साथ बर्बरता की गई. इस मामले में गोपालगंज के एसपी ने एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी का आदेश दिया है.
असम में नहीं दिखा भारत बंद का असर
एससी/एसटी के आरक्षण में क्रीमी लेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में 21 संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया है. एक दिवसीय इस बंद का असम में कोई असर नहीं दिखा. राज्य में स्कूल और ऑफिस में कामकाज सामान्य ढंग से चला. यातायात भी सामान्य रहा. बंद बुलाने वाले संगठनों का कहना है कि इससे आरक्षण के मूल सिद्धांतों को नुकसान होगा.
पंजाब और हरियाणा में नहीं दिखा ‘भारत बंद’ का खास असर
एससी/एसटी के आरक्षण में क्रीमी लेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर भारत बंद का आह्वान किया गया है. इसका पंजाब और हरियाणा में कोई खास असर नहीं दिखा. हालांकि कुछ स्थानों पर प्रदर्शन हुए. पंजाब के फगवाड़ा में बाजार खुले रहे. जालंधर में विरोध मार्च निकाला गया. होशियारपुर जिले में स्थिति काफी हद तक सामान्य रही. हरियाणा के हिसार में लोगों ने क्रांतिमान पार्क से मिनी सचिवालय तक मार्च निकाला. अंबाला में बंद का खास असर नहीं दिखा.
उत्तर प्रदेश में भारत बंद का मामूली असर
उत्तर प्रदेश में भारत बंद का मामूली असर रहा. राज्य के कई हिस्सों में दलित संगठनों ने जुलूस निकाले. ज्यादातर दुकानें खुली रहीं. कामकाज सामान्य रूप से चलता रहा. राज्य में बसपा और सपा जैसे राजनीतिक दलों ने बंद का समर्थन किया है. लखनऊ के हजरतगंज और आस-पास के कुछ प्रमुख मार्गों पर कार्यकर्ता प्रदर्शन के लिए जमा हुए. इस वजह से यातायात प्रभावित हुआ.
भारत बंद का कई शहरों और राज्यों में रहा असर
SC-ST आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ आज भारत बंद बुलाया गया था. SC-ST समुदाय का भारत बंद का असर कई राज्यों में देखने को मिला है. बिहार में प्रदर्शनकारियों पर जमकर लाठियां भांजी गईं. वहीं, रांची में चक्का जाम रहा और राजस्थान के कई शहरों में बंद का अच्छा खासा असर रहा.